14 दिसंबर को राज कपूर की 100वीं जयंती से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कपूर फैमिली से मुलाकात की. कपूर फैमिली के 15 सदस्य पीएम मोदी से मिले. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि100 सालों में राज कपूर की जर्नी देखी जाए तो यह भारत के लिए बड़ा योगदान है. इस दौरान पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी का राज कपूर की फिल्म से जुड़ा एक किस्सा सुनाया.
जब अटल-आडवाणी ने देखी राज कपूर की फिल्म-
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कपूर फैमिली को अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी का एक किस्सा सुनाया, जब दोनों नेता चुनाव हारने के बाद राज कपूर की फिल्म देखने चले गए थे. पीएम मोदी ने बताया कि जनसंघ जमाने में दिल्ली में चुनाव थे और वे लोग हार गए. इसके बाद अटलजी और आडवाणीजी बोले कि हम चुनाव हार गए तो अब क्या करना चाहिए? चलो फिल्म देखते हैं. इसके बाद वे लोग फिल्म देखने चले गए. यह फिल्म राज कपूर की 'फिर सुबह होगी' थी. फिर इसके बाद नई सुबह हुई.
पीएम मोदी ने सिखाया चीन वाला किस्सा-
प्रधानमंत्री मोदी ने राज कपूर को लेकर चीन का एक किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि एक बार वो चीन गए थे, जहां मेजबान राज कपूर की फिल्मों के गाने बजा रहे थे. पीएम मोदी ने बताया कि मैंने अपनी टीम से इसे मोबाइल पर रिकॉर्ड करने को कहा और ऋषि कपूर को भेज दिया. वह बहुत खुश हुए थे.
भारत के लिए राज कपूर की सबसे बड़ी सेवा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि राज कपूर की 100वीं जयंती भारतीय सिनेमा की स्वर्णिम यात्रा का एक मील का पत्थर है. इस सफर की शुरुआत 1947 की फिल्म नील कमल से हुई थी और हम 1947 की ओर अग्रसर हैं. जह हम 100 साल की इस यात्रा को देखते हैं तो यह देश के लिए बड़ा योगदान है. पीएम मोदी ने कहा कि डिप्लोमैटिक वर्ल्ड में हम सॉफ्ट पावर के बारे में बहुत बात करते हैं और ऐसे समय में जब यह टर्म अस्तित्व में भी नहीं थी, राज कपूर साहब ने पूरी दुनिया में भारत की सॉफ्ट पावर को स्थापित किया. यह भारत के लिए उनकी बड़ी सेवा थी.
ये भी पढ़ें: