राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 69 सीटें आई हैं. अब मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. इसको लेकर कई नाम सामने आ रहे हैं. इसमें एक नाम बाबा बालकनाथ का भी है, जो नाथ संप्रदाय से जुड़े योगी हैं. राजस्थान में बाबा बालकनाथ के अलावा भी 3 संत विधायक चुने गए हैं. इसमें फायरब्रांड संत बाल मुकुंद आचार्य, महंत प्रताप पुरी और ओटाराम देवासी शामिल हैं.
बाबा बालकनाथ-
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर बाबा बालकनाथ की चर्चा हो रही है. बालकनाथ रोहतक पीठ के महंत हैं. पीठ के गुरु चांदनाथ की मौत के बाद बाबा बालकनाथ को पीठ का महंत बनाया गया था. रोहतक में नाथ संप्रदाय के 150 से ज्यादा शिक्षण संस्थाएं हैं. बालनाथ फिलहाल अलवर से सांसद हैं और तिजारा विधानसभा सीट से चुनाव भी जीत हैं.
बाबा बालकनाथ ने तिजारा विधानसभा सीट से कांग्रेस के इमरान खान को 6173 वोटों से हराया है. बालकनाथ को 110209 वोट मिले हैं, जबकि इमरान खान को 104036 वोट मिले हैं.
फायरब्रांड लीडर हैं बाल मुकुंद आचार्य-
बाबा बाल मुकुंद आचार्य को बीजेपी ने जयपुर के हवामहल विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने इस सीट पर 974 वोटों से जीत दर्ज की है. बाल मुकुंद आचार्य ने कांग्रेस के आरआर तिवारी को हराया है. बाल मुकुंद आचार्य को 95989 वोट मिले, जबकि आरआर तिवारी को 95015 वोट हासिल हुए.
बाल मुकुंद आचार्य जयपुर के हाथोज धाम के महंत हैं. यह दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर है. इस मंदिर में संत बालमुकुंद पिछले 30 सालों से सेवा कर रहे हैं. आचार्य अपने बयानों के लिए फेमस रहे हैं. उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें अवैध नॉनवेज की दुकानों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए पुलिस को कह रहे हैं.
महंत प्रताप पुरी-
पोकरण विधानसभा सीट से बीजेपी ने महंत प्रताप पुरी को मैदान में उतारा था. महंत ने कांग्रेस उम्मीदवार शाले मोहम्मद को हराया है. प्रताप पुरी ने 35427 वोटों से जीत दर्ज की है. महंत को कुल 112925 वोट हासिल हुए, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 77498 वोट मिले. शाले मोहम्मद जैसलमेर के गाजी फकीर के बेटे हैं. प्रताप पुरी तारातारा मठ के महंत हैं. उनका घर बाड़मेर के महाबार गांव में है. वो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं.
ओटाराम देवासी-
ओटाराम देवासी ने सिरोही सीट पर जीत हासिल की है. उन्होंने कांग्रेस के संजय लोढ़ा को 35805 वोटों से हराया है. ओटाराम को कुल 114729 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के संजय लोढ़ा को 78924 वोट मिले हैं. साल 2005 में ओटाराम को राज्य पशुपालक कल्याण बोर्ड का संयोजक बनाया गया था. वो साल 2008 और 2013 में सिरोही से विधायक भी रह चुके हैं. वो बीजेपी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं.
ओटाराम देवासी मुंडारा माता मंदिर के महंत हैं. उनका जन्म 10 अक्टूबर 1964 को मुंडारा गांव में हुआ था. पहले ओटाराम राजस्थान पुलिस में सिपाही थे. लेकिन बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी. इसके बाद वो मंदिर में महंत के तौर पर सेवा करने लगे. सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं.
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