Liver Clinic in Rajasthan: राजस्थान की भजनलाल सरकार राजधानी जयपुर समेत सभी जिला अस्पतालों में नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर के लिए 'मिशन लिवर स्माइल' क्लीनिक खोलने जा रही है. यहां लिवर में फाराइब्रोसिस देखने के लिए एफआईबी-4 स्कोर, सीबीसी, एलएफटी की जांच के साथ बीमारी की गंभीरता का पता किया जाएगा और इलाज भी होगा.
इस तरह से राजस्थान देश का पहला राज्य है, जहां पर 'मिशन लिवर स्माइल' क्लीनिक खोले जा रहे हैं. प्रथम फेज में जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर, कोटा, अलवर समेत 10 से ज्यादा अस्पतालों में ट्रायल किया जाएगा. इसके लिए डॉक्टरों व स्टाफ को जांच का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. बीमारी की प्रेवलेंस रेट 9 से 32 फीसदी है.
प्रदेश के 150 मरीज कर रहे लिवर ट्रांसप्लांट का इंतजार
राजस्थान समेत देशभर में हर साल लिवर की गंभीर बीमारी से 2 लाख लोग मौत के मुंह में चले जाते हैं. डॉक्टरों के अनुसार 70 हजार क्रिटिकल मरीजों को लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है. एसएमएस जयपुर, एम्स जोधपुर, नारायणा, मणिपाल, निम्स, महात्मा गांधी अस्पताल में ही 150 से ज्यादा मरीज लिवर का इंतजार कर रहे हैं. प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य गायत्री राठौड़ ने बताया कि प्रदेश में फैटी लिवर की प्रेवलेंस रेट को देखते हुए जिला अस्पतालों में क्लीनिक शुरू किए जा रहे हैं. यहां पर मरीजों को जांच की सुविधा के साथ इलाज भी मिल सकेगा.
जंक फूड और खराब लाइफ स्टाइल से जमा होता है फैट
खानपान की खराब आदतों की वजह से जरूरत से ज्यादा फैट लिवर में जमा होने को फैटी लिवर कहते हैं. पहले बीमारी शराब पीने वालों में ज्यादा देखी जाती थी, लेकिन अब शराब नहीं पीने वालों में भी समस्याएं सामने आ रही हैं. बड़ा कारण जंक फूड खाना और खराब लाइफस्टाइल है.
क्या कहती है रिपोर्ट
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च नई दिल्ली की ओर से हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में लिवर सिरोसिस मौत का मुख्य कारण है. 40-69 वर्ष के आयु समूह में 20 फीसदी से अधिक लोगों की मौत लिवर सिरोसिस से होती है. 70 साल से अधिक उम्र होने पर 30 फीसदी की मौत हो जाती है. इसकी शुरुआत फैटी लिवर से होती है.
...तो बीमारी हो जाती है लाइलाज
लापरवाही के चलते पहले सिरोसिस, फिर लिवर फेलियर और बाद में कैंसर तक बीमारी लाइलाज हो जाती है. आंकड़ों के अनुसार, देश में हर तीसरा व्यक्ति फैटी लिवर से प्रभावित है. लिवर शरीर की केमिकल फैक्ट्री है, जो प्रोटीन, लिपिड व पित्त को नियंत्रित करता है. खाने में अधिक वस्य व कैलोरी लेने और परिश्रमरहित दिनचर्या से फैट जमा होने लग जाता है, जिसे फैटी लिवर कहा जाता है. लिवर 10% वसा से बना होता है. फैट 10% से अधिक होने पर फैटी लिवर माना जाता है. देश में हर साल लिवर सिरोसिस के लगभग 10 लाख नए मरीजों का पता चलता है.