Rapid Rail: बस कुछ दिनों में शुरू होगी रैपिड रेल! ₹2 में होगा एक किमी का सफर, रूट-स्टेशन और स्पीड के बारे में यहां जानें

देश की पहली रैपिड ट्रेन चलने के लिए तैयार है. यह दुहाई डिपो से साहिबाबाद के बीच यात्रियों को लेकर 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी. यात्री कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे.

Rapid Rail (photo twitter)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 14 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 8:23 PM IST
  • अगले तीन हफ्ते में रैपिड रेल साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक दौड़ने लगेगी
  • यात्री मोबाइल और कार्ड के माध्यम से भी टिकट खरीद सकेंगे

यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. अगले तीन हफ्ते में गोली की रफ्तार से देश की पहली रैपिड ट्रेन गाजियाबाद के साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक दौड़ने लगेगी. यह ट्रेन 180 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलेगी. इसमें पैसेंजर्स को हवाई जहाज जैसी शानदार सर्विस मिलेगी.आइए इस रैपिड रेल की खासियत जानते हैं.

रेलवे कॉरिडोर को तीन खंड में किया जाना है पूरा 
दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड ट्रेन 2025 तक शुरू हो जाएगी. इस पूरे रेलवे कॉरिडोर को तीन खंड में पूरा किया जाना है. इसक पहला खंड साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच 17 किलोमीटर लंबा है. इस खंड पर रैपिड रेल को अगले महीने से यात्रा के लिए शुरू किया जाना है. इस खंड पर ट्रैक बनाने का कार्य पूरा हो गया है और अब ओवरहेड इक्विपमेंट लाइन के इंस्टालेशन का कार्य भी लगभग पूरा हो गया है. 

इन स्टेशनों से गुजरेगी रैपिड रेल
दुहाई डिपो से साहिबाबाद के बीच पांच स्टेशन होंगे. इसमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल हैं. इस यात्रा के दौरान यात्री यहां पर मोबाइल और कार्ड के माध्यम से भी टिकट खरीद सकेंगे. 

कितना होगा किराया
डीपीआर के अनुमान के मुताबिक ट्रेन में किराया दो रुपए प्रति किमी होगा. बाद में किराया बढ़ाने का अधिकार निजी एजेंसी को नहीं होगा. मेट्रो की तरह किराया कमेटी ही तय करेगी, जो जज की अध्यक्षता में बनती है. दिल्ली मेट्रो की सात लाइनों पर रैपिड लाइन की कनेक्टिविटी होगी. इसे मुनिरका, आईएनए और एरोसिटी से जोड़ा जाएगा.

8 लाख पैसेंजर्स रोज करेंगे ट्रैवल
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस), केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार का 30,274 करोड़ रुपए का एक संयुक्त उद्यम है. हाल ही में मीडिया से बातचीत में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के एमडी विनय कुमार सिंह ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि लगभग 8 लाख यात्री प्रतिदिन इस रैपिड रेल से यात्रा करेंगे. 

स्ट्रेचर की मिलेगी सुविधा
रेल कोच के आखिरी डिब्बे में स्ट्रेचर का इंतजाम किया गया है. अगर किसी मरीज को मेरठ से दिल्ली रेफर किया जाता है तो इसके लिए एक अलग कोच की व्यवस्था है, ताकि कम कीमत में मरीज को पहुंचाया जा सके. महिलाओं के लिए अलग कोच की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा दिव्यांगों के लिए अलग सीट्स तैयार की गई है, जिन्हें इस्तेमाल न होने की सूरत में मोड़ा जा सकेगा.

हाईटेक फीचर्स रैपिड रेल में मौजूद
रैपिड ट्रेन में एडजेस्टेबल चेयर हैं. इसके साथ ही खड़े होने वाले यात्रियों के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. ट्रेन में वाईफाई की सुविधा, मोबाइल-यूएसबी चार्जर, इंटेग्रेटेड एसी सिस्टम, ऑटोमेटिक डोर कंट्रोल सिस्टम, समान रखने की जगह, ड्राइवर से बातचीत के लिए सिस्टम, डायनेमिक रूट मैप, इंफोटेंटमेंट सिस्टम जैसी तमाम सुविधाएं यात्रियों को रैपिड रेल के कोच में देखने को मिलेंगी. सीसीटीवी, ऑटोमेटिंग दरवाजे जैसे तमाम हाईटेक फीचर्स रैपिड रेल में मौजूद है.

दूसरा फेज मार्च 2024 तक होगा पूरा 
दूसरा फेज साहिबाबाद से मेरठ तक का होगा. यह फेज मार्च 2024 तक पूरा होगा. अंतिम फेज मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक होगा. इस फेज का काम 2025 तक शुरू हो जाएगा. दुहाई यार्ड में 13 ट्रेनों को खड़े करने की व्यवस्था है इसलिए प्रथम चरण में 13 रैपिड ट्रेनों के ही संचालन की तैयारियां है. दिल्ली से मेरठ के बीच कुल 30 रैपिड ट्रेनों को चलाने की योजना है. 

 

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