Prachand Helicopter: आधुनिक हथियारों से लैस, सबसे ज्यादा ऊंचाई से भर सकता है उड़ान... Republic Day पर Flypast में प्रचंड हेलीकॉप्टर ने दिखाए करतब

Republic Day Parade के दौरान Kartavya Path के ऊपर एक LCH Prachand हेलीकॉप्टर और 3 Rudra Helicopter ने सलामी उड़ान भरी. प्रचंड हेलीकॉप्टर 16400 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है. दुनिया के किसी भी देश के पास ऐसा हेलीकॉप्टर नहीं है, जो इतनी ऊंचाई पर उड़ान भर सके.

Prachand Helicopter
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 26 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:08 PM IST

75वें रिपब्लिक डे परेड के दौरान कर्तव्य पथ के ऊपर सेना के हेलीकॉप्टरों ने फ्लाई-पास्ट के दौरान अद्भुत कलाबाजी दिखाई. हेलीकॉप्टरों ने रूद्र फॉर्मेशन बनाकर दिखाया. इसमें एक प्रचंड हेलीकॉप्टर और 3 रुद्र हेलीकॉप्टर शामिल रहे. प्रचंड हेलीकॉप्टर को लेफ्टिनेंट कर्नल रनवीर ग्रेवाल उड़ा रहे थे. प्रचंड हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल उस जगह किया जा सकता है, जहां फाइटर जेट्स की जरूरत नहीं होगी. ये हेलीकॉप्टर काफी ऊंचाई वाले इलाकों से भी टेकऑफ और लैंडिंग कर सकते है. चलिए भारत में बने इस LCH प्रचंड के बारे में बताते हैं.

प्रचंड हेलीकॉप्टर की ताकत-
एलसीएच यानी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड दुनिया का इकलौता हेलीकॉप्टर है, जो 16400 फीट की ऊंचाई पर उतर सकता है और उड़ान भर सकता है. दुनिया में किसी भी देश के पास ऐसा हेलीकॉप्टर नहीं है, जो इतनी ऊंचाई पर उड़ान भर सके. इस ऊंचाई से प्रचंड 700 किलोमीटर दूर के टारगेट का अंदाजा लगा सकता है.

कैसा है प्रचंड-
एलसीएच प्रचंड 15.5 फीट ऊंचा है. जबकि इसकी लंबाई 51.10 फीट है. इसका वजन 5.8 टन है. प्रचंड को दो टर्बोशैफ्ट इंजन से ताकत मिलती है. दोनों इंजन की हॉर्सपावर कुल मिलाकर करीब 3000 है. प्रचंड की स्पीड 280 किलोमीटर प्रति घंटे है जबकि यह लगातार सवा तीन घंटे तक उड़ान भर सकता है. इसे दो पायलट मिलकर उड़ाते हैं.

प्रचंड के हथियार-
प्रचंड हेलीकॉप्टर कई आधुनिक हथियारों से लैस है. हेलीकॉप्टर को हवा से हवा में हमला करने वाली मिसाइलों के अलावा एंटी-टैंक मिसाइलें, एंटी-रेडिएशन मिसाइलें और रॉकेट पॉड्स से लैस किया गया है. प्रचंड की कॉकपिट के नीचे 20 एमएम की तोप है. हेलीकॉप्टर में 4 हार्डप्वाइंट्स हैं. इसमें 4 हथियार लगाए जा सकते हैं.

क्या होता है एयरफोर्स का फ्लाई पास्ट-
फ्लाई पास्ट किसी विमान या विमानों के ग्रुप की एक औपचारिक सम्मान उड़ान को कहते हैं. फ्लाई पास्ट शब्द का इस्तेमाल ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल में किया जाता है. इस तरह के सम्मान के लिए अमेरिका में फ्लाईओवर और फ्लाईबाई शब्दों का इस्तेमाल होता है. भारत में रिपब्लिक डे परेड में एयरफोर्स फ्लाई पास्ट होता है.

आजादी के दिन हुआ था फ्लाई पास्ट-
भारत में फ्लाई पास्ट का इतिहास आजादी के साथ जुड़ा है. 15 अगस्त 1947 को लाल किला के ऊपर इंडियन एयरफोर्स के 100 से अधिक विमानों ने सलामी उड़ान (फ्लाई पास्ट) भरी थी. इसकी अगुवाई मार्शल ऑफ द एयर फोर्स अर्जन सिंह ने की थी. 

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