केंद्र सरकार ने बुधवार यानी आज एस. सोमनाथ(S Somnath )को अंतरिक्ष विभाग का सचिव और अंतरिक्ष आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया. सोमनाथ फिलहाल विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) के निदेशक हैं. कार्मिक मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि उनकी नियुक्ति तीन साल के लिये की गई है. सोमनाथ के. सिवन की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल शुक्रवार 14 जनवरी को समाप्त होने जा रहा है.
कहां से हुई है एस. सोमनाथ की पढ़ाई
सोमनाथ ने कोल्लम के टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की है. उसके बाद उन्होंने आईआईएस बेंगलुरु से एयरोस्पेस में पीजी किया. 1985 से वह विक्रम साराभाई स्पेस केंद्र से जुड़े. 2010 से 2014 तक वह जीएसएलवी एमके 3 के प्रोजेक्ट मैनेजर रह चुके हैं.
एस. सोमनाथ का सफरनामा
सोमनाथ अपने करियर के शुरुआती चरणों के दौरान पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) के एकीकरण के लिए एक टीम लीडर थे. उन्हें तीन साल के कार्यकाल के लिए अंतरिक्ष विभाग के सचिव और अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया. वह 22 जनवरी, 2018 से विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) के निदेशक का नेतृत्व कर रहे हैं.
PSLV के 11 सफल मिशनों में निभाई है महत्वपूर्ण भूमिका
एस सोमनाथ 1985 में वीएसएससी में शामिल हुए. वह जून 2010 से 2014 तक जीएसएलवी एमके- III के परियोजना निदेशक थे. वे नवंबर 2014 तक वीएसएससी में ‘स्ट्रक्चर’ इकाई के उप निदेशक और वीएसएससी में ‘प्रणोदन और अंतरिक्ष अध्यादेश इकाई’ के उप निदेशक भी थे. उन्होंने स्वदेशी क्रायोजेनिक चरणों के साथ जीएसएलवी के तीन सफल मिशनों और एलपीएससी द्वारा महसूस किए गए तरल चरणों के साथ पीएसएलवी के 11 सफल मिशनों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. एलपीएससी से आपूर्ति की गई प्रणोदन प्रणाली के साथ पंद्रह सफल उपग्रह मिशन भी पूरे किए गए.
कौन हैं एस सोमनाथ
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