बिहार के समस्तीपुर रेलमंडल ने बिना टिकट यात्रियों से कोरोना काल के बाद 8 करोड़ रुपए वसूले. सघन टिकट चेकिंग अभियान के दौरान एक ही दिन में रिकॉर्ड 68 लाख की वसूली की गयी. टिकट चेकिंग मुहिम के लिए स्पेशल टीम बनाई गयी थी. नॉर्थ बिहार के स्टेशनों के करीब ज्यादा से ज्यादा नए टर्मिनल खोले जाएंगे.
समस्तीपुर टिकट चेकिंग स्टाफ ने रिकॉर्ड एक ही दिन में बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों से 68 लाख रुपए की वसूली की है. इसके अलावा पिछले महीने में साढ़े छ करोड़ रुपए की आमदनी टिकट चेकिंग से हुई है. इस बारे में बात करते हुए डीआरएम आलोक अग्रवाल ने कहा कि हमें यात्रियों को टिकट चेकिंग अभियान से तंग नहीं करना है बल्कि यात्रियों को जागरूक करना है कि वो बिना टिकट यात्रा न करें.
डीआरएम ने कहा कि इससे सरकार के राजस्व पर असर पड़ता है. इसके अलावा रेलमंडल को माल ढुलाई से भी अच्छी कमाई हो रही है. एक नया टर्मिनल मंडल के ढेंग स्टेशन पर बनाया जा रहा है. साथ ही नॉर्थ बिहार में मंडल के स्टेशनों के करीब हम ज्यादा से ज्यादा टर्मिनल खोलने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे गुड्स का ट्रांसपोर्टेशन किया जा सकें.
टिकट चेकिंग स्टाफ को पुरुस्कृत किया गया
पिछले दो सालों में कोरोना की वजह से रेलवे को काफी नुकसान हुआ हुआ. लेकिन ठीक इसके उलट कोरोना काल के बाद रेगुलर रूप से पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन से समस्तीपुर रेलमंडल को टिकट चेकिंग में अभियान में रिकॉर्ड आमदनी हुई है. पिछले दिनों एक दिन में विशेष टिकट चेकिंग अभियान में 68 लाख रुपए बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों से वसूले गए हैं. इतना ही नही रेलमंडल को कोरोना के बाद टिकट चेकिंग से अबतक कुल 8 करोड़ रुपए की आमदनी हुई है.
समस्तीपुर रेलमंडल ने पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों की रेगुलर बेसिस पर परिचालन शुरू होते ही टिकट चेकिंग को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया था. इसके बाद टीम को अलग-अलग दिशा में बांटकर मंडल के महत्वपूर्ण रेलखंड पर चेकिंग अभियान चलाया गया. जिसमें पिछले 19 दिसंबर को एक ही दिन में 68 लाख रुपए की रिकॉर्ड वसूली की गई. कुल मिलाकर मंडल ने 8 करोड़ रुपए की आमदनी की है. इस अभियान को सफल बनाने में अहम योगदान करने वाले टिकट चेकिंग स्टाफ को पुरुस्कृत भी किया गया है.
(समस्तीपुर से जहांगीर आलम की रिपोर्ट)