दिल्ली में इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच बताया जा रहा है लेकिन कांग्रेस की वापसी की चर्चा हर और है. पिछली बार यानी साल 2020 में 5% से भी कम वोट लाने वाली कांग्रेस इस बार कितना वोट लेगी, उसी पर दिल्ली में सरकार किसकी बनेगी इसका भविष्य भी तय होगा.
2015 और 2020 में कांग्रेस को दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली थी और इसीलिए कांग्रेस इस बार देश की राजधानी में अपने सर्वाइवल की लड़ाई लड़ रही है. अब जबकि सभी 70 सीटों के लिए प्रत्याशियों का चेहरा साफ हो गया है ऐसे में कांग्रेस के कैंपेन और उनके चुनाव प्रचार पर सब की नजर है.
राहुल प्रियंका के लगभग एक दर्जन कार्यक्रम
कांग्रेस के अंदर के सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी जो कि लोकसभा में विपक्ष के नेता भी हैं. उनकी डिमांड इस समय उम्मीदवारों की ओर से सबसे अधिक है. हाल ही में वायनाड लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बनी प्रियंका गांधी के भी चुनाव प्रचार में उतरने की संभावना है. प्रदेश कांग्रेस और उम्मीदवारों की तरफ से राहुल और प्रियंका की रैली और रोड शो को लेकर अंतिम रूप दिया जा रहा है. तैयारी इन दोनों की पूरी दिल्ली में लगभग एक दर्जन कार्यक्रम करवाने की है, जिसमें सभाएं और रोड शो शामिल है.
अरविंद केजरीवाल की सीट पर राहुल कर सकते हैं रोड शो
सबकी नजर इन दिनों नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र जो काफी हाई प्रोफाइल बन गया है पर है. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस विधानसभा से आम आदमी पार्टी उम्मीदवार हैं. लेकिन रोचक बात यह है कि कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को यहां कांग्रेस ने उतारा है.
संदीप दीक्षित पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं जो 2013 से पहले लगातार तीन बार इसी सीट से विधायक रहीं. राहुल गांधी के रोड शो की तैयारी इन दिनों नई दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार से जुड़े नेता कर रहे हैं. फिलहाल रूट को आखरी तौर पर तय किया जा रहा है.
कांग्रेस की है दोहरी स्ट्रेटजी
कांग्रेस के चुनाव प्रचार की शुरुआत राहुल गांधी पिछले हफ्ते सीलमपुर में की गई एक रैली से कर चुके हैं. मुस्लिम बहुल उस इलाके में राहुल गांधी बीजेपी पर तो बरसे ही साथ ही साथ आम आदमी पार्टी और खासतौर पर पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर भी कई सवाल उठाए. अब ऐसी कोशिश की जा रही है कि राहुल गांधी आने वाले हफ्ते से ऐसे इलाकों में प्रचार करें जहां पार्टी को अपने रिवाइवल की उम्मीद सबसे ज्यादा है.
इस बीच उम्मीदवारों को साफ तौर पर कहा गया है कि वह घर-घर जाकर जनसंपर्क करें. खासतौर पर उम्मीदवारों को हिदायत दी गई है कि कांग्रेस ने जिन पांच वायदों को लोगों के सामने रखा है उसे हैंड बिल और पोस्टरों के जरिए घर-घर पहुंचाया जाए.