आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद संदीप पाठक को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है. संदीप पाठक पंजाब और गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रभारी थे. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी. जबकि गुरजात में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया. गुजरात में पार्टी के प्रदर्शन के चलते ही AAP को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है. संदीप पाठक को महासचिव बनाना पंजाब और हरियाणा में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के इनाम के तौर पर देखा जा रहा है. संदीप पाठक पार्टी के राजनीतिक मामलों की समिति के स्थाई आमंत्रित सदस्य भी होंगे. अब पाठक पर पूरे देश में पार्टी को मजबूत करने की जिम्मेदारी होगी.
संदीप पाठका का सियासी सफर-
संदीप पाठक को दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का करीबी माना जाता है. संदीप पाठक को आम आदमी पार्टी का 'चाणक्य' कहा जाता है. साल 2022 में पार्टी ने संदीप पाठक को पंजाब से राज्यसभा सांसद बनाया. संदीप पाठक में पंजाब में AAP की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. पंजाब में बूथ लेवल पर पार्टी का संगठन खड़ा किया था. जिसकी बदौलत आम आदमी पार्टी को पंजाब में जीत मिली थी. इसके अलावा पाठक को छत्तीसगढ़ में भी पार्टी की गतिविधियों में अहम भूमिका निभा रहे हैं. कहा जा रहा है कि आने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ में संदीप की अहम भूमिका होगी.
कौन हैं संदीप पाठक-
डॉ. संदीप पाठक आईआईटी दिल्ली में असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुके हैं. संदीप का जन्म छत्तीसगढ़ के बटाहा गांव में 1979 में हुआ था. उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर से हुई है. संदीप ने ऑक्सफोर्ड और एमआईटी ने रिसर्च भी किया है. साल 2011 में उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी की. संदीप तीन भाई-बहन हैं. संदीप ने 43 रिसर्च पेपर प्रकाशित किए हैं. साल 2011 से 2021 तक उन्होंने 490 शोध कार्यों में सहायक लेखक के तौर पर काम किया है.
क्या है संदीप के सामने चुनौती-
संदीप पाठक के सामने सबसे बड़ी चुनौती साल 2023 में 9 राज्यों में चुनाव है. इन राज्यों में आम आम आदमी पार्टी को बेहतर बनाने की चुनौती होगी. पार्टी का संगठन खड़ा करने की सबसे बड़ा काम होगा. अगर संदीप पाठक इन राज्यों में संगठन को खड़ा कर लेते हैं और चुनाव में प्रदर्शन संतोषजनक रहता है तो 2024 आम चुनाव में AAP अरविंद केजरीवाल का विपक्ष का चेहरा साबित करने का दावा कर सकती है. केजरीवाल का कद भी सियासत में और बड़ा हो जाएगा.
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