गर्मी इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है. दिल्ली में तो 79 साल का रिकॉर्ड टूट गया और पारा 52 डिग्री के पार चला गया. तापमान रोज लोगों को टॉर्चर दे रही है. कई शहरों में लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं असम और मणिपुर में बारिश और बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम लोगों को राहत दे सकती है. चलिए जानते हैं कि दिल्ली समेत बाकी के राज्यों में कैसा रहने वाला है मौसम.
इन राज्यों में लू का ऑरेंज अलर्ट
उत्तर भारत में आग बरस रही है. लेकिन पूर्वोत्तर में इस वक्त सैलाब का सितम है. दिल्ली से राजस्थान तक पारा 50 डिग्री का आंकड़ा छू रहा है तो वहीं पहाड़ों पर कल से बर्फ का राज है. मनाली में बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के बाद लोग ठंड से ठिठुर रहे हैं. ऐसे में सवाल है कि मई के गुजरते-गुजरते मौसम का ये मिजाज क्या कहता है. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और ओडिशा में लू का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
क्यों पड़ रही इतनी गर्मी ?
बढ़ती गर्मी के पीछे के कई कारणों में से एक कारण बढ़ता औद्योगीकरण भी है. पेड़ काटे जा रहे हैं और शहर कंक्रीट में बदलता जा रहा है. क्लाइमेट चेंज भी बढ़ती गर्मी का कारण है. इसके अलावा नीनो इफेक्ट ने गर्मी को बढ़ा दिया है. नीनो इफेक्ट यानी प्रशांत महासागर के कई इलाकों में समुद्र का तापमान जब बढ़ता है तो गर्म होने वाली हवा मौसम को गर्म करती है.अल नीनो 2023 से शुरू होकर जून 2024 तक रह सकती है. इसके बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा.
कब मिलेगी राहत ?
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से बिहार, झारखंड और ओडिशा में लू की स्थिति कम होने की उम्मीद है. मानसून की दस्तक के बाद पहाड़ी राज्यों में भी आसमान में बादल छाए हुए हैं. उत्तराखंड के नैनीताल, केदारनाथ और बद्रीनाथ में जोरदार बारिश हुई है. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश के मनाली स्नोफॉल के बाद यहां मौसम सुहाना हो गया है. मौसम विभाग का मानना है कि, अगले एक-दो दिनों में उत्तराखंड और हिमाचल के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है.