स्पाइसजेट ने दूरदराज के इलाकों में चिकित्सा और आवश्यक चीजों को पहुंचाने के लिए ड्रोन डिलिवरी सेवा शुरू करने की योजना बनाई है.बजट वाहक एयरालइन ने बताया कि इस कार्य के लिए उसने 50 से अधिक कस्टमाइज्ड हाई एंड ड्रोन के लिए थ्रॉटल एयरोस्पेस के साथ भागीदारी की है, जबकि एओलॉजिक ड्रोन सॉफ्टवेयर प्रबंधन देने का काम करेगा.
दूर-दराज के इलाकों में ड्रोन से पहुंचेगी आवश्यक वस्तु
स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा कि उसकी योजना 0-5 किलोग्राम, 5-10 किलोग्राम और 10-25 किलोग्राम सहित विभिन्न पेलोड के अनुकूलित ड्रोन पेश करने की योजना है, जो भारत की आपूर्ति श्रृंखला क्षमताओं को बदलने की क्षमता रखते हैं. एयरलाइन ने कहा कि वह शुरुआत में मध्य-मील ड्रोन डिलीवरी को लक्षित करने की योजना बना रही है, जबकि भविष्य में उसे अंतिम-मील डिलीवरी की तैयारी भी करनी है. "स्पाइसएक्सप्रेस (एयरलाइन की लॉजिस्टिक शाखा) देश के सबसे दूर दराज के इलाकों में जीवन रक्षक दवाएं टीके और आवश्यक सामान पहुंचाने पर ध्यान केंद्रित करेगी, जहां गाडियों का पहुंचना मुश्किल है."
25,000 से अधिक डिलीवरी
अपने ड्रोन व्यवसाय के लिए एयरलाइन की प्रारंभिक आउटरीच योजना में प्रति माह 25,000 से अधिक डिलीवरी प्राप्त करने के उद्देश्य से 150 से अधिक स्थानों के साथ 10 जिले शामिल हैं. स्पाइसजेट देश भर में रणनीतिक स्थानों पर समर्पित ड्रोन पोर्ट भी स्थापित करेगी.
नई तकनीक के साथ प्रयोग जारी
स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने कहा कि स्पाइसजेट ने नई तकनीकों के साथ इनोवेशन और प्रयोग करना जारी रखा है. हम जल्द ही अपनी ड्रोन डिलीवरी सेवाओं को पेश करने की उम्मीद करते हैं. आपूर्ति श्रृंखला में ड्रोन शामिल करके स्पाइसजेट की लॉजिस्टिक्स शाखा, स्पाइसएक्सप्रेस एक तकनीकी छलांग लगाएगी. बीवीएलओएस एक्सपेरिमेंट असेसमेंट एंड मॉनिटरिंग कमेटी की सिफारिशों के आधार पर, स्पाइसएक्सप्रेस को मई 2020 में प्रायोगिक बीवीएलओएस ड्रोन परीक्षण करने के लिए नियामक द्वारा औपचारिक अनुमति दी गई थी.