योगी सरकार जहां प्रदेश को हरा-भरा बनाने के अभियान में जुटी है और एक दिन में 22 करोड़ पौधे लगाने का वर्ल्ड रिकार्ड भी प्रदेश सरकार ने बनाया है. वहीं, इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में बॉटनी विभाग के एक प्रोफेसर पिछले 15 सालों से धरती को हरा-भरा बनाने की मुहिम में जुटे हैं. प्रोफेसर एनबी सिंह वर्ष 2004 से प्रयागराज में पौधे लगा रहे हैं. उनकी नर्सरी में औषधीय पौधों से लेकर कई तरह के सजावटी पौधे मौजूद हैं. हर माह दो लाख से ज्यादा की सैलरी लेने वाले प्रोफेसर महंगी लग्जरी गाड़ियों की बजाय साइकिल से ही यूनिवर्सिटी आते-जाते हैं ताकि पर्यावरण दूषित न हो.
प्रयागराज को हरा भरा बनाने का मकसद
प्रोफेसर एनबी सिंह ने प्रयागराज को हरा भरा बनाने को अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया है. वे वर्ष 2004 से प्रयागराज में पौधे लगा रहे हैं. वे बंजर और कंक्रीट की धरती को अपने हाथों से हरियाली में बदलने में लगे हैं. इस काम के लिए प्रोफेसर साहब ने अपने सरकारी आवास के पिछले हिस्से में एक नर्सरी भी बनाई है. जिसमें वे खुद पौधे तैयार करते हैं. उनकी नर्सरी में औषधीय पौधों से लेकर कई तरह के सजावटी पौधे मौजूद हैं. प्रोफेसर जहां यूनिवर्सिटी कैंपस से लेकर शहर में अब तक एक लाख से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं.
धरती को हरा भरा करने के लिए लगा देते हैं सैलरी का ज्यादातर हिस्सा
प्रोफेसर एनबी सिंह यूनिवर्सिटी में आने वाले कई वीवीआईपी मेहमानों को अपने हाथों से पौधे भेंट कर चुके हैं. यही नहीं हरियाली का शौक रखने वाले प्रोफेसर साहब अपनी सैलरी का ज्यादातर हिस्सा भी धरती को हरा भरा करने के लिए ही खर्च कर देते हैं. उनके इसी शौक और जुनून के चलते लोग अब उन्हें हरियाली गुरु या ग्रीन मैन के नाम से पुकारते हैं.
प्रोफेसर एनबी सिंह के साथी प्रोफेसर भी प्रकृति और पर्यावरण के प्रति उनके लगाव और समर्पण को देखकर बेहद उत्साहित रहते हैं. छात्र बताते हैं कि वे लगातार छात्रों और साथी प्रोफेसरों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित करते रहते हैं. इसके साथ ही वे लोगों को बच्चों और प्रियजनों के जन्म दिन के अवसर पर एक पौधा लगाने के लिए जरुर प्रेरित करते हैं. इसके लिए कई बार प्रोफेसर साहब अपनी नर्सरी में तैयार पौधे खुद ले जाकर लोगों को देते भी हैं. इनकी नर्सरी में कई औषधीय पौधे भी हैं जो लोगों को स्वस्थ रखने में बेहद मददगार है.
पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट