Mann Ki Baat: चंद्रयान-3 की सफलता, जी-20 समिट से लेकर खेल जगत तक... जानें आज मन की बात में क्या-क्या बोले PM Modi

PM Modi Mann Ki Baat 104 Episode: पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि चंद्रयान को चांद पर पहुंचे तीन दिन से ज्यादा का समय हो रहा है. ये सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा की जाए, वो कम है. 

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 1:41 PM IST
  • पीएम बोले- सितंबर का महीना भारत के सामर्थ्य का बनने जा रहा साक्षी 
  • जी-20 लीडर्स समिट के लिए देश पूरी तरह से है तैयार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है. 27 अगस्त 2023 को कार्यक्रम का 104वां एपिसोड था. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता का जिक्र करते हुए कहा मिशन चंद्रयान नए भारत की स्पिरिट का प्रतीक है. 

संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं
पीएम मोदी ने दिल्ली में होने वाली जी-20 की बैठक की भी बात की. उन्होंने चीन में हुए यूनिवर्सिटी गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों से बातचीत की. पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान को चन्द्रमा पर पहुंचे, तीन दिन से ज्यादा का समय हो रहा है. ये सफलता इतनी बड़ी है कि इसकी जितनी चर्चा की जाए, वो कम है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सावन यानी महाशिव का महीना, उत्सव और उल्लास का महीना है. 

चंद्रयान की सफलता ने उत्सव के इस माहौल को कई गुना बढ़ा दिया है. पीएम ने कहा कि मेरे परिवारजन, 23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं. चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता भी है. 

पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की सफलता पर पढ़ी कविता 
'आसमान में सिर उठाकर
घने बादलों को चीरकर
रोशनी का संकल्प लें
अभी तो सूरज उगा है.
दृढ़ निश्चय के साथ चलकर
हर मुश्किल को पार कर
घोर अंधेरे को मिटाने
अभी तो सूरज उगा है.'

चंद्रयान नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण
पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन नारी शक्ति का जीवंत उदाहरण हैं. इस पूरे मिशन में अनेकों महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर्स सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं. पीएम मोदी ने कहा, भारत की बेटियां अब अनंत समझे जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं. किसी देश की बेटियां जब इतनी आकांक्षी हो जाएं, तो उस दश को विकसित बनने से भला कौन रोक सकता है. 

पीएम मोदी बोले- जी-20 के लिए भारत तैयार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सितंबर का महीना भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है. अगले महीने होने जा रही जी-20 लीडर्स समिट के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. जी-20 सम्मेलन के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी. पीएम मोदी ने बताया कि अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत ने जी-20 को और ज्यादा समावेशी फोरम बनाया है. 

भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकी यूनियन भी जी-20 से जुड़ी और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम प्लेटफॉर्म तक पहुंची. इस आयोजन में भाग लेने के लिए 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और अनेक Global Organisations राजधानी दिल्ली आ रहे हैं. 

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स की सफलता का किया जिक्र
पीएम मोदी ने बताया कि कुछ ही दिनों पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए थे. इन खेलों में इस बार भारत की बेस्ट इवर परफॉर्मेंस रही है. हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे. उन्होंने कहा, आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए हैं, उनमें जीते सभी मेडल्स को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुंचती है.

टूरिज्म पर फिर भी की चर्चा
पीएम मोदी ने पर्यटन पर भी बात की. उन्होंने कहा कि चीजों या स्थानों को खुद देखना, समझना और कुछ उनको जीना, एक अलग ही अनुभव देता है. मैं अक्सर आप सभी से ये आग्रह करता हूं कि जब मौका मिले, हमें अपने देश की Beauty अपने देश की Diversity उसे ज़रूर देखने जाना चाहिए. अक्सर हम एक और बात भी देखते हैं हम भले ही दुनिया का कोना-कोना छान लें लेकिन अपने ही शहर या राज्य की कई बेहतरीन जगहों और चीजों से अनजान होते हैं. कई बार ऐसा होता है कि लोग अपने शहर के ही ऐतिहासिक स्थलों के बारे में ज्यादा नहीं जानते. 

बेंगलुरु के धनपाल का पीएम मोदी ने किया जिक्र
पीएम मोदी ने इस दौरान बेंगलुरु के धनपाल का जिक्र किया. वह बेंगलुरु के ट्रांसपोर्ट ऑफिस में ड्राइवर का काम करते थे, करीब 17 साल पहले उन्हें साइटसीइंग विंग में जिम्मेदारी मिली. इसे अब लोग बेंगलुरु दर्शिनी के नाम से जानते हैं. धनपाल जी पर्यटकों को शहर के अलग-अलग पर्यटन स्थलों पर ले जाया करते थे. 

ऐसी ही एक ट्रिप पर किसी टूरिस्ट ने उनसे पूछ लिया कि बेंगलुरु में टेंक को सेंकी टैंक क्यों कहा जाता है. उन्हें खराब लगा क्योंकि इसका जवाब पता नहीं था. उन्होंने अपनी जानकारी - बढ़ाने के इस जुनून में कई पत्थर मिले. उनका इस काम में ऐसा मन लगा कि उन्होंने एपिग्राफी यानी शिलालेखों से जुड़े और डिप्लोमा कर लिया. हालांकि अब वह रिटायर हो चुके हैं., लेकिन इतिहास खंगालने का उनका शौक अब भी बरकरार है.

 पीएम मोदी बोले- डेयरी सेक्टर बढ़ रहा आगे 
पीएम मोदी बोले आप सभी जानता हैं कि डेयरी सेक्टर हमारे देश का अहम सेक्टर है. कुछ दिन पहले गुजरात के बनासडेयरी के एक रुचिकर बात के बारे में पता चला. इसे एशिया के सबसे बड़ी डेयरी के रूप में जाना जाता है. अभी तक दूसरे राज्यों में दूध भेजने के ले टैंकर का सहारा लिया जाता था. इसमें लोडिंग और अनलोडिंग में समय बहुत लगता था. 

इस समस्या को दूर करने के लिए भारतीय रेलवे ने एक नया प्रोजेक्ट किया. रेलवे ने ट्रक ऑन ट्रैक की सुविधा शुरू की. दूध के ट्रकों को सीधे ट्रेन पर चढ़ा दिया जाता है. अब आधे से भी कम समय में दूध पहुंच रहा है. इससे ट्रकों के ड्राइवरों का भी जीवन आसान हुआ है. हमारी डेयरी भी अब आधुनिक सोंच के साथ आगे बढ़ रही है.

अप्रैल में पूरा हुआ था 'मन की बात' कार्यक्रम का 100वां एपिसोड
30 अप्रैल 2023 को पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे हुए थे. ऐतिहासिक क्षण को यादगार बनाने के लिए पूरे देश में इसकी लाइव स्क्रीनिंग की गई थी. न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी 'मन की बात' के 100वें एपिसोड का सीधा प्रसारण किया गया था. 

11 विदेशी भाषाओं में होता है प्रसारण
'मन की बात' कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है. यह कार्यक्रम आकाशवाणी के 500 से अधिक केंद्रों से प्रसारित होता है.


 

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