Cleanest City: भारत के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में इंदौर-सूरत...वाराणसी को भी मिली जगह

स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कारों के तहत इंदौर और सूरत को संयुक्त रूप से भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है. यह सातवीं बार था जब इंदौर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार जीता है.

Indore
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 3:24 PM IST

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा दिए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 पुरस्कारों के हिस्से के रूप में इंदौर और सूरत को भारत के सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है. इंदौर ने लगातार सांतवी बार इस लिस्ट में शीर्ष पर जगह बनाई है जबकि सूरत को यह पुरस्कार पहली बार मिला है. नवी मुंबई को देश का तीसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है.

इस बीच, महाराष्ट्र को सबसे स्वच्छ राज्य का पुरस्कार मिला, उसके बाद मध्य प्रदेश को स्थान मिला. चंडीगढ़ ने स्वच्छता कर्मचारियों के लिए सर्वोत्तम सुरक्षा मानकों वाले शहर का पुरस्कार जीता - सफाईमित्र सुरक्षित शहर. वाराणसी को सबसे स्वच्छ "गंगा शहर" का खिताब दिया गया.

कब की गई थी मिशन की शुरुआत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में एक पुरस्कार समारोह में शहरों और राज्यों के प्रतिनिधियों को पुरस्कार सौंपे. वार्षिक पुरस्कार 2016 में स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के एक भाग के रूप में शुरू किए गए थे. इस मिशन के तहत केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (MoHUA) द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण, दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता और सफाई सर्वेक्षण है. 2023 पुरस्कारों में 4,416 शहरी स्थानीय निकाय, 61 छावनियां और 88 गंगा शहर शामिल थे. मंत्रालय के अनुसार, रैंकिंग एक्सरसाइज के एक भाग के रूप में 1.58 करोड़ ऑनलाइन नागरिक प्रतिक्रिया और 19.82 लाख आमने-सामने विचार प्राप्त हुए.

किन पैमानों पर किया गया सर्वे
यह अभ्यास कस्बों और शहरों के बीच साफ-सफाई और वेस्ट मैनेजमेंट सर्विस में सुधार करने के लिए प्रेरित करता है. MoHUA के अधिकारियों ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण का प्राथमिक लक्ष्य बड़े पैमाने पर नागरिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना और कस्बों और शहरों को रहने के लिए बेहतर स्थान बनाने की दिशा में मिलकर काम करने के महत्व के बारे में समाज के सभी वर्गों के बीच जागरूकता पैदा करना है.यह साल सर्वेक्षण का आठवां वर्ष है. इस दौरान कुल 3,000 मूल्यांकनकर्ताओं ने 46 संकेतकों पर 4,500 से अधिक शहरों का मूल्यांकन किया. इनमें से कुछ संकेतकों में अलग-अलग घर-घर कचरा संग्रहण, जीरो वेस्ट इवेंट, विकलांगों के अनुकूल शौचालय, बेहतर प्लास्टिक कचरा प्रबंधन शामिल हैं.

 

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