कश्मीर में लगातार हो रही टारगेट किलिंग (Target Killing In Kashmir) के खिलाफ दिल्ली में कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) एक दिन के अनशन पर हैं. कश्मीरी पंडितों का कहना है कि लगातार हिंदुओं और गैर कश्मीरियों को टारगेट किया जा रहा है. हम सरकार से उनकी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं और अपील करते हैं कि वहां मौजूद सभी हिंदुओं और गैर कश्मीरियों को सुरक्षित वहां से निकाला जाए.
गैर कश्मीरियों को बचाए सरकार
कश्मीरी पंडित एस के गुंजन कहते हैं कि आज फिर से सन नब्बे जैसे हालात हो गए हैं. उस वक्त मेरे छोटे भाई को आतंकवादियों ने मार डाला था. मैं भी उस समय कश्मीर में ही बैंक में काम करता था आज की तरह उस समय भी गैर कश्मीरी सरकार से सेफ़ ज़ोन में पोस्टिंग की मांग करते थे, लेकिन सरकार ने ध्यान नहीं दिया था. आज भी वैसे ही हालात है. सरकार को चाहिए कि जो भी हिंदू और गैर कश्मीरी कश्मीर में काम कर रहे हैं उन को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए.
लोकल एडमिनिस्ट्रेशन की गलती
अमित रैना कहते हैं कि सरकार ने कुछ गलतियां जरूर की हैं. वे कहते हैं कि कश्मीर में सीनियर पुलिस अधिकारी, जिनको वहां काम करने का लंबा अनुभव था उन्हें साइड लाइन कर दिया गया. सरकार को समझना चाहिए कि कश्मीर एक अलग तरह का स्टेट है. 370 हटाने के बाद तो सरकार ने बहुत सख्ती की थी लेकिन फिर ढील दे दी. ये ढील देने का भी नतीजा है.
पूरे देश में करेंगे जनजागरण
संजय गंजू कहते हैं कि सरकार अपनी जिम्मेदारी समझे ताकि वहां कोई भी अल्पसंख्यक या देशभक्त मारा न जाए. वे कहते हैं कि आज हम वहां मारे गए लोगों के परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करने के लिए एक दिन के अनशन पर बैठे हैं. अगर ये घटनाएं रूकी नहीं तो देशभर में जनजागरण आंदोलन करेंगे.
द कश्मीर फाइल्स फिल्म का नहीं दोष
वहीं कश्मीर में हो रही टारगेट कीलिंग को लेकर विपक्ष लगातार कश्मीर फाइल्स मूवी को भी जिम्मेदार ठहरा रहा है. लेकिन कश्मीरी पंडित इस बात को खारिज करते हुए कहते हैं कि कश्मीर में हो रहे लगातार टारगेट किलिंग के लिए कश्मीर फाइल्स मूवी बिल्कुल भी जिम्मेदार नहीं है. उनका कहना है कि फिल्म में तो सिर्फ सच्चाई दिखाई गई, कश्मीरी पंडितों का सच दिखाया गया, इसमें गलत क्या है.