बिहार में अब टीचर्स रखेंगे शराबियों पर नजर, सरकार ने निकाला आदेश

बिहार में अब मास्टर साहब शराबियों, शराब तस्करों और पियक्कड़ों की निगरानी करेंगे. ये हम नहीं, बिहार सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा सचिव द्वारा निकाला गया आदेश कह रहा है.

बिहार में टीचर्स रखेंगे शराबियों पर नजर
सुजीत झा
  • पटना ,
  • 28 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 10:45 PM IST
  • बिहार में शिक्षक शराबियों, शराब तस्करों और पियक्कड़ों की निगरानी करेंगे.
  • बिहार शिक्षा सचिव ने निकाला आदेश.

बिहार एक ड्राई स्टेट है, यानि यहां शराब की खरीद और बिक्री पूरी तरह बैन है.  2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने शराबबंदी करने का वादा किया था. सरकार बनने के बाद अप्रैल 2016 में बिहार में शराबंबदी का कानून आया. 1 अप्रैल 2016 को बिहार देश का 5वां ऐसा राज्य बन गया जहां शराब पीने और जमा करने पर प्रतिबंध लग गया. कानून का उल्लंघन करने पर सख्त सजा का प्रावधान किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सख्त निर्देश दिए थे कि जिस इलाके में शराब मिलेगी, उसके थानेदार तुरंत सस्पेंड होंगे. उन्होंने ये भी कहा था कि न शराब आने देंगे और न ही किसी को पीने देंगे. हालांकि, आंकड़े ये भी बताते हैं कि इतनी सख्ती के बाद भी बिहार में आए दिन शराब पकड़ी जाती है. ऐसे में अब बिहार में शिक्षक शराबियों, शराब तस्करों और पियक्कड़ों की निगरानी करेंगे. जी हां, बिहार के मास्टर साहब अब सरकार को शराबियों की गुप्त सूचना देंगे.  

बिहार का पंचायत चुनाव हो या फिर मानव श्रृंखला, जल जीवन मिशन हरियाली हो या फिर सरकार की कोई भी कल्याणकारी योजना. प्रदेश के स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी हमेशा निर्धारित रहती है. मास्टर साहब पहले भी बच्चों के साथ दिनभर मानव श्रृंखला में खड़े रहते थे. सरकार के हर आदेश और हर योजना को धरातल पर पहुंचाने के लिए तत्पर अब मास्टर साहब शराबियों, शराब तस्करों और पियक्कड़ों की निगरानी करेंगे. जी हां, ये हम नहीं कह रहे हैं. ये बिहार सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा सचिव द्वारा निकाला गया आदेश कह रहा है.

क्या है आदेश?

बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय और तालिमी मरकज के सभी अध्यापकों को शराबियों, शराब तस्करों और पियक्कड़ों की निगरानी करनी होगी.  इसके अलावा बिहार के सभी शिक्षा समितियों. शिक्षकों, प्राधानाध्यापकों, शिक्षिकाओं, शिक्षा सेवियों को भी इन शराबियों, शराब तस्करों और पियक्कड़ों की निगरानी करनी होगी.  इन सबको सरकार की ओर से आदेश जारी किया गया है कि वे चोरी छुपे शराब बेचने वाले, उसकी तस्करी करने वाले. अवैध शराब का निर्माण करने वाले और उसका सेवन करने वाले की सूचना उत्पाद विभाग के हेल्पलाइन पर देंगे. इस मामले में सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी. शिक्षा सचिव की ओर से जारी पत्र में शिक्षकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.

इस नंबर पर करना होगा फोन

बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के मुताबिक 9473400378, 9473400606 और 18003456268 या 15545 पर फोन कर शराबियों और तस्करों के बारे में गुप्त सूचना देनी होगी. बिहार सरकार का ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा. आदेश से संबंधित पत्र सभी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक के अलावा अन्य विभागों सहित सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को भेज दिया गया है. यानी शनिवार से मास्टर साहब की ड्यूटी बढ़ गई है. मास्टर साहब अब शराबियों की तलाश में जुटेंगे, साथ ही उस इलाके की छानबीन करेंगे जहां पर शराब बन रही है और उसकी सप्लाई चोरी छुपे की जा रही है.

शिक्षक संघों का आया रिएक्शन

वहीं इस आदेश के बाद बिहार शिक्षक संघ के अध्यक्ष केशव कुमार का रिएक्शन भी सामने आ गया है. केशव कुमार ने बयान जारी कर बिहार के शिक्षकों से कहा कि बिहार राज्य में शिक्षकों के लिए संघर्ष करने वाले तमाम संघों के माननीय प्रतिनिधियों से करबद्ध अपील है कि बिहार सरकार के इस आदेश के खिलाफ एकत्रित हों. केशव कुमार ने शिक्षकों से कहा है कि इस आदेश को सिरे से खारिज करने की सूचना सरकार को बहुत जल्द दी जाएगी. केशव कुमार ने बक्सर जिले के शिक्षकों को एक मैसेज भेजकर अपील करते हुए सरकार से सवाल पूछा है कि शराबी और शराब माफियाओं से दुश्मनी निहत्था शिक्षक क्यों ले? अगर सारे काम शिक्षक ही करेंगे तो फिर कोर्ट, थाना का काम, सड़क-बिल्डिंग-पुल बनाने का काम, बिजली विभाग, अग्निशमन विभाग और भी सभी विभागों का काम शिक्षकों को क्यों नहीं दिया जा रहा है?

 

 

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