मौसम विभाग ने तीन राज्यों, पश्चिम बंगाल, बिहार और आंध्र प्रदेश में खतरनाक रूप से बढ़ते तापमान के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया और कहा कि चार अन्य राज्यों- सिक्किम, झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश में हीटवेव की स्थिति होने की संभावना है. आपको बता दें कि देश भर में सामान्य से अधिक गर्मी ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि भारत के कुछ हिस्सों को मंगलवार को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में एक पश्चिमी विक्षोभ के आने से कुछ राहत मिलेगी. हालांकि, पंजाब और हरियाणा में लू जैसा तापमान रहने की उम्मीद है.
भीषण गर्मी में बिगड़ सकता है स्वास्थ्य
हीटवेव के लिए एक ऑरेंज अलर्ट जारी करने का तात्पर्य है कि जो लोग लंबे समय तक धूप में काम करते हैं या कोई भारी काम करते हैं उनमें गर्मी से बीमारियों के बढ़ने की संभावना है. साथ ही, देशभर में तापमान लगातार बढ़ रहा है. आपको बता दें कि यह अलर्ट महाराष्ट्र सरकार के एक कार्यक्रम में कई घंटे खुले में बैठने के दौरान 13 लोगों की मौत के एक दिन बाद आया है.
भीषण गर्मी के दौरान, बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग ज्यादा रिस्क में होते हैं. आईएमडी ने लोगों से खुद को हाइड्रेटेड रखने की सिफारिश की है. साथ ही, सूझाव दिया है कि पर्याप्त पानी पिएं (भले ही प्यास न लगी हो), ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) या इसी तरह के घरेलू ड्रिंक पीते रहें.
असामान्य तरीके से बदल रहा है मौसम
विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल का मौसम असामान्य तरीके से बदल रहा है. साल 2022 में भी सर्दी के बाद वसंत की बजाय सीधा गर्मी आ गई थी. सोमवार को, भारत में सबसे गर्म स्थानों में तेलंगाना में जयशंकर भूपलपल्ली जिला शामिल था, जिसमें अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री, उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर में 43.4 डिग्री सेल्सियस और बिहार में सुपौल में 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यूपी में प्रयागराज, झांसी, कानपुर और आगरा, बिहार में पटना और पूर्वी चंपारण और पंजाब के बठिंडा में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया.
बंगाल और ओडिशा प्रशासन ने सोमवार को स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया, और त्रिपुरा सरकार ने बच्चों के जोखिम को कम करने के लिए सुबह-सुबह कक्षाएं शुरू की हैं.
गर्मी में हीटवेव की स्थिति तब मानी जाती है जब मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो; तटीय क्षेत्रों में 37°C से ज्यादा और पहाड़ी क्षेत्रों में 30°C से ज्यादा और सामान्य से विचलन अधिकतम औसत से 4.5 और 6.4°C के बीच हो. अगर यह स्थिति लगातार दो दिनों तक बनी रहती है तो दूसरे दिन लू की स्थिति घोषित कर दी जाती है.