ऑस्कर विजेता फिल्म 'द एलीफेंट व्हिस्परर' से फेम आदिवासी महिला वी बेली को तमिलनाडु सरकार हाथियों का केयरटेकर बनाया है. वी बेली सूबे की पहली महिला स्थाई केयरटेकर बनी हैं. तमिलनाडु में हाथियों की देखभाल करने वाले को कैवडी कहा जाता है. बेली को नीलगिरी में मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में देश के सबसे पुराने थेप्पाकाडु हाथी शिविर में तैनात किया जाएगा. तमिलनाडु सरकार में वन विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी सुप्रिया साहू ने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की और इसके बारे में जानकारी दी.
सीएम स्टालिन ने सौंपा नियुक्ति पत्र-
सीएम एमके स्टालिन ने राज्य सचिवालय में बोम्मन की मौजूदगी में वी. बेली को नियुक्ति आदेश सौंपा. इस दौरान वन मंत्री एम मथिवेंथन, मुख्य सचिव शिव दास मीना और पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और वन विभाग की एडिनशनल चीफ सेक्रेटरी सुप्रिया साहू मौजूद रहीं.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक बेली ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं. उन्होंने कहा कि कावड़ियों का काम करने के अलावा मैं शिविर में हाथियों के बच्चों की विशेष तौर पर देखभाल करूंगा.
इस दौरान उनके पति बोम्मन भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि हम उत्साहित हैं कि राष्ट्रपति शनिवार को इस हाथी शिविर का दौरा करने वाले हैं. कुछ महीने पहले जब हम राष्ट्रपति भवन गए थे तो हमने उनको आमंत्रित किया था.
राज्य सरकार ने महावतों की मदद का किया था ऐलान-
राज्य सरकार ने पहले ही ऐलान किया था कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक राहत कोष से मुदुमलाई में थेप्पाकाडु और अनाईमलाई में कोझिकामुथी में काम करने वाले सभी 91 महावत और कैवडिस को एक-एक लाख रुपए दिए जाएंगे. इसके साथ ही सीएम स्टालिन ने हाथियों की देखभाल करने वालों के लिए घर बनाने के लिए 9.1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान किया.
ऑस्कर विनिंग फिल्म से हुईं फेमस-
बेली हाथी शिविर में अस्थाई तौर पर हाथियों की देखभाल कर रही हैं. उनको और उनेक पति बोम्मन पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई गई थी. जिसमें दिखाया गया था कि कैसे उन दोनों ने हाथी के 2 बच्चों बोम्मी और रघु की की निस्वार्थ देखभाल की थी.
ये भी पढ़ें: