भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर दिखाई देती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बापू की तस्वीर नोटों पर कैसे आई? नोटों पर राष्ट्रपिता की तस्वीर से पहले अशोक स्तंभ की तस्वीर थी. लेकिन साल 1996 में आरबीआई ने अशोक स्तंभ की जगह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर का इस्तेमाल किया. आपको बता दें कि 13 जुलाई 1995 को आरबीआई ने केंद्र सरकार से नोट के दाहिनी तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर छापने की सिफारिश की थी. इसके बाद नोटों पर बापू की तस्वीर का इस्तेमाल होने लगा.
कहां से ली गई महात्मा गांधी की तस्वीर-
भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की जो तस्वीर दिखाई देती है, वो ओरिजिनल तस्वीर है. यह तस्वीर कलकत्ता में वायसराय हाउस में साल 1946 में खींची गई थी. इस तस्वीर में महात्मा गांधी ब्रिटिश लीडर लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक लॉरेंस के साथ खड़े थे. लॉरेंस भारत में ब्रिटिश सेक्रेटरी थे. गांधी उनके मुलाकात करने गए थे. इस तस्वीर से महात्मा गांधी का चेहरा पोट्रेट के तौर पर भारतीय नोटों पर अंकित किया गया है.
हालांकि ये साफ नहीं है कि भारतीय नोटों पर छपने के लिए महात्मा गांधी की तस्वीर को किसने शार्टलिस्ट किया था. रुपए के नोट को डिजाइन करने की जिम्मेदारी आरबीआई के करेंसी मैनेजमेंट विभाग की होती है. इसके बाद आरबीआई और केंद्र सरकार से इसका अप्रूवल लेना पड़ता है.
नोटों पर गांधी की पहली तस्वीर कब आई-
पहली बार भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर साल 1969 में छपी थी. उनकी 100वीं जयंती पर नोटों पर बापू की तस्वीर छापी गई थी. इसमें सेवाग्राम आश्रम को भी दिखाया गया था. उस वक्त आरबीआई के गवर्नर एलके झा के सिग्नेचर के बाद इसे छापा गया था. साल 1987 में अक्टूबर महीने में महात्मा गांधी की छवि वाली 500 रुपए की करेंसी की एक सीरीज लॉन्च की गई थी.
बापू से पहले नोट पर किसकी तस्वीर थी-
15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली. इसके कुछ महीनों बाद तक भी नोटों पर किंग जॉर्ज VI की ही तस्वीर छपती थी. केंद्र सरकार ने 1949 में एक रुपए का अपना नया नोट निकाला. जिसमें वॉटरमार्क विंडो में किंग जॉर्ज की तस्वीर को हटा दिया गया था और उसकी जगह अशोक स्तंभ को रखा गया था.
आरबीआई संग्रहालय की वेबसाइट के मुताबिक आजाद भारत के लिए प्रतीकों को चुनने की जरूरत थी. शुरुआत में महसूस किया गया कि किंग की तस्वीर की जगह महात्मा गांधी की तस्वीर लगा दी जाए. उसके लिए डिजाइन भी तैयार किए गए थे. लेकिन आखिर में गांधी के चित्र की जगह अशोक स्तंभ पर सहमति बनी. नोट के डिजाइन काफी हद तक पहले की तरह ही थे.
साल 1950 में रिपब्लिक ऑफ इंडिया का पहला नोट जारी किए गए. इसमें 2, 5, 10 और 100 के नोट शामिल थे. इन नोटों में अशोक स्तंभ वॉटरमार्क था. इसके बाद नई सीरीज के नोट छापे गए. एक रुपए के नोट पर तेल का कुआं, 2 रुपए के नोट पर आर्यभट्टा के उपग्रह की तस्वीर, 5 रुपए के नोट पर ट्रैक्टर से खेत जोतता किसान और 10 रुपए के नोट पर कोणार्क मंदिर का चक्र, मोर और शालीमार गार्डन छाप गए.
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