रिटायर होने के बाद नहीं होगी नौकरी पाने में दिक्कत, गृह मंत्रालय ने रक्षा-कर्मियों के लिए लॉन्च किया नया पॉर्टल  

पिछले कुछ साल से सिक्योरिटी सर्विसेज की मांग बढ़ी है, जिससे सुरक्षा कर्मियों की आवश्यकता बढ़ गई है. गृह मंत्रालय ने कहा कि ये नई पहल 'सीएपीएफ पुनर्वास' के तहत पीएसए को डिजिटल रूप से डेटाबेस तक पहुंच प्रदान करेगी.  

CAPF
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2022,
  • अपडेटेड 7:34 PM IST
  • सिक्योरिटी सर्विसेज की बढ़ी है मांग 
  • ऐसे कई पोर्टल चलाता है गृह मंत्रालय 

किसी भी सुरक्षाकर्मी को रिटायर होने के बाद जिस सबसे बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है वह है रोजगार. लेकिन रिटायर हुए रक्षा कर्मियों के लिए गुड न्यूज़ है. गृह मंत्रालय के मुताबिक, अब केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और असम राइफल के कर्मियों को रिटायर होने के बाद भी रोजगार मिलता रहेगा. इसके लिए गृह मंत्रालय ने कल्याण और पुनर्वास बोर्ड (WARB) की मदद से 'सीएपीएफ पुनर्वास' शुरू किया है. 

पोर्टल किया गया है लॉन्च

आपको बताते चलें कि सीएपीएफ पुनर्वास एक ऑनलाइन पोर्टल है. ये पोर्टल रिटायर हुए रक्षा कर्मियों को उनकी विशेषज्ञता के क्षेत्र और पसंदीदा रोजगार दिलाने में मदद करेगा, इसके साथ-साथ WARB वेबसाइट पर उनकी पर्सनल डिटेल अपलोड करके एक उपयुक्त काम खोजने में मदद करेगा. 

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसने सीआरपीएफ और बीएसएफ जैसे केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के फायदे के लिए इस पोर्टल को शुरू किया है. ये उन लोगों के लिए है जो रिटायरमेंट के बाद फिर से रोजगार चाहते हैं.

ऐसे कई पोर्टल चलाता है गृह मंत्रालय 

गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी के साथ रोजगार सुरक्षित करने के लिए रिटायर्ड सीएपीएफ और असम राइफल कर्मियों की सुविधा के उद्देश्य से, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशों के तहत गृह मंत्रालय ने कल्याण और पुनर्वास बोर्ड (डब्ल्यूएआरबी) के माध्यम से ‘सीएपीएफ पुनर्वास’ लॉन्च किया है.”

बता दें, इस पोर्टल के अलावा, गृह मंत्रालय प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों (PSA) के रजिस्ट्रेशन के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी रेगुलेशन एक्ट (PSARA) के तहत एक अन्य पोर्टल भी चलाता है.

एक ही प्लेटफॉर्म पर नौकरी देने-लेने वाले 

हालांकि, इन दोनों वेबसाइटों को अब आपस में जोड़ा गया है, जहां सेवानिवृत्त सीएपीएफ कर्मियों के डेटाबेस, जिन्होंने 'सीएपीएफ पुनर्वास' पर आवेदन किया है, को पीएसए द्वारा पीएसएआरए वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप नौकरी चाहने वालों और नौकरी देने वालों के लिए एक ही मंच होगा. 

सिक्योरिटी सर्विसेज की बढ़ी है मांग 

बता दें, पिछले कुछ साल से सिक्योरिटी सर्विसेज की मांग बढ़ी है, जिससे सुरक्षा कर्मियों की आवश्यकता बढ़ गई है. गृह मंत्रालय ने कहा कि ये नई पहल 'सीएपीएफ पुनर्वास' के तहत पीएसए को डिजिटल रूप से डेटाबेस तक पहुंच प्रदान करेगी.  

इसके अलावा, पीएसए को सीएपीएफ के रिटायर हुए और इच्छुक कर्मियों के डेटाबेस तक पहुंचने से भी फायदा होगा, जो सुरक्षा और दूसरी सुरक्षा संबंधी सेवाएं प्रदान करने में अच्छी तरह से ट्रेन्ड हैं. दूसरी ओर, यह पहल रिटायर हुए सीएपीएफ कर्मियों को पीएसए में रोजगार सुरक्षित करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक मंच भी देगी.  
 

 

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