बंगलुरु में रहने वाली ओवी मालवे ने सबसे कम उम्र की प्रमाणित स्कूबा गोताखोर बनने का विश्व रिकॉर्ड बनाया. ओवी सिर्फ 10 साल की हैं. इसके साथ ही, बंगलुरु माउंटेनियरिंग क्लब के संस्थापक नीरज मालवे की दोनों बेटियां, ओवी और उनकी बहन रुचि, दुनिया में सबसे कम उम्र की सर्टिफाइड स्कूबा डाइवर्स बन गई हैं.
नीरज खुद 16 साल से स्कूबा डाइवर हैं. ओवी ने हाल ही में, पुडुचेरी में यह उपलब्धि हासिल की और सबसे कम उम्र की प्रोफेशनल एसोसिएशन ऑफ डाइविंग इंस्ट्रक्टर्स-सर्टिफाइड ओपन वॉटर डाइवर बन गईं.
आसान नहीं है स्कूबा डाइविंग
नीरज ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि वह समझते हैं कि यह आसान नहीं हैं, खासकर कम उम्र में. उन्होंने अपने बच्चों पर कभी दबाव नहीं डाला और यह भी देखआ कि उनकी बेटियों को उचित प्रशिक्षण मिले. हालांकि, उनकी बेटियों को बचपन से ही पानी पसंद था और उनके स्कूबा डाइविंग वीडियोज देखकर खुश हो जाती थीं. उन्होंने कहा, स्कूबा डाइविंग में उनकी रुचि उन वीडियो से पैदा हुई और उन्होंने तैराकी शुरू की और बाद में स्कूबा डाइविंग के लिए प्रशिक्षण लिया.
ओवी ने टेम्पल एडवेंचर्स, पुडुचेरी में जूनियर ओपन वॉटर डाइवर कोर्स के लिए दाखिला लिया और कोच श्रेया मेहता के अधीन प्रशिक्षण लिया. उनकी बहन रुचि (13) ने गोवा में डाइव गोवा के शौर्य तरनी से प्रशिक्षण लिया. रुचि ने 27 अक्टूबर, 2022 को जूनियर ओपन वॉटर डाइवर सर्टिफिकेशन कोर्स के लिए दाखिला लिया और 30 अक्टूबर, 2022 को स्कूबा स्कूल इंटरनेशनल सर्टिफिकेट प्राप्त किया. 10 और 13 साल की उम्र में, दोनों मालवे बहनें दुनिया की सबसे कम उम्र की स्कूबा डाइवर्स बन गई हैं.
दोनों बहनों ने की कड़ी ट्रेनिंग
स्कूबा डाइविंग में यह रिकॉर्ड बनाने के लिए दोनों बहनों को दो दिन की कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ा जिसमें 200 मीटर की नॉनस्टॉप तैराकी और बिना किसी सहारे के 10 मिनट तक तैरना शामिल था. उन्होंने अंडरवाटर स्किल्स परफॉर्मिंग के बारे में पांच चैप्टर्स पढ़े, एक लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की और खुले पानी में डाइवर सर्टिफिकेशन हासिल करने के लिए 18 मीटर की गहराई तक खुले पानी में सफलतापूर्वक चार गोता लगाए. वे अब दुनिया में कहीं भी स्कूबा डाइविंग करने के लिए अधिकृत हैं.
रुचि समुद्री संरक्षण पर काम करने की इच्छा रखती है, जिसमें बताया जाए कि पानी के नीचे का मलबा किस प्रकार हानिकारक है और समुद्री जीवन को खराब कर रहा है. ओवी एक प्रशिक्षक बनने और दुनिया भर में गोता लगाने के लिए अपने पिता के वेंचर में शामिल होना चाहती हैं.