त्योहारों का सीजन आते ही लोग बाजारों की रौनक बढ़ा देते हैं. दिवाली और उससे पहले धनतेरस पर कई भारतीय सोना खरीदते हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए भारतीय मानक ब्यूरो (Indian Bureau of Standards) ने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी कि है ताकि वे सोना-चांदी खरीदते हुए सावधानी बरत सकें.
परंपरागत रूप से धनतेरस एक ऐसा त्योहार रहा है जब परिवार सोने में निवेश करते हैं. यह हिन्दू धर्म में सौभाग्य, धन और भविष्य की सुरक्षा का प्रतीक है. बीआईएस ने हॉलमार्क वाले सोने और चांदी की खरीद को प्रोमोट करके इस परंपरा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. अब बीआईएस ने एक ऐसा तरीका बताया है जिसकी मदद से आप दुकान पर बैठे-बैठे किसी आभूषण के हॉलमार्क का पता लगा सकते हैं.
हॉलमार्क क्या है?
हॉलमार्किंग कीमती सोने-चांदी जैसे धातुओं से बनी चीजों में उस धातु की मात्रा का सटीक निर्धारण करते हैं. मिसाल के तौर पर, किसी 22 कैरेट सोने की अंगूठी में 22 कैरेट सोना है या नहीं, यह हॉलमार्क से ही पता चलता है. हॉलमार्किंग से उपभोक्ताओं को आश्वासन और संतुष्टि मिलती है कि उन्हें सोने (या चांदी) की सही शुद्धता मिली है.
बीआईएस की हॉलमार्किंग योजना के तहत हॉलमार्क वाले आभूषण बेचने के लिए ज्वैलर्स को पंजीकरण दिया जाता है और परीक्षण के दौरान देखी गई शुद्धता के आधार पर हॉलमार्किंग आभूषणों के लिए परख और हॉलमार्किंग केंद्रों को मान्यता दी जाती है.
सोने के जेवरों में हॉलमार्किंग के 3 चिह्न शामिल होते हैं. बीआईएस मानक चिह्न, कैरेट में सोने की शुद्धता और सुंदरता, और 6 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक एचयूआईडी कोड (HUID Code). एचयूआईडी यानी हॉलमार्किंग यूनिक आईडी (Hallmarking Unique ID) एक अद्वितीय कोड है जो हर सोने के आभूषण पर अंकित होता है.
कैसे पता करें गहनों का हॉलमार्क?
उपभोक्ता अब बीआईएस केयर ऐप पर 'वेरिफाई एचयूआईडी' आइकन का इस्तेमाल करके हॉलमार्क वाले सोने के गहनों पर एचयूआईडी को वेरिफाई कर सकते हैं. सोने के गहनों के लिए हॉलमार्किंग शुल्क 45/- रुपये है. इसके अलावा उपभोक्ता 200 रुपये के परीक्षण शुल्क का भुगतान करके बीआईएस मान्यता प्राप्त किसी भी हॉलमार्किंग केंद्र (एएचसी) पर अपने हॉलमार्क वाले गहनों का परीक्षण करवा सकते हैं.
बीआईएस पहले चरण में 23 जून 2021 से देश के 256 जिलों में सोने के आभूषणों और सोने की कलाकृतियों की अनिवार्य हॉलमार्किंग को लागू करने में सफल रहा है. इसके अलावा दूसरे चरण में 32 और जिलों और तीसरे चरण में 55 जिलों को शामिल किया गया है. अनिवार्य हॉलमार्किंग लागू होने के बाद से रजिस्टर्ड ज्वैलर्स की संख्या 43,153 से बढ़कर 1,93,567 हो गई है. इसके अलावा, सोने के आभूषणों की 40 करोड़ से ज्यादा वस्तुओं को एचयूआईडी के साथ हॉलमार्क किया गया है.
बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने कहा, "हम बीआईएस एचयूआईडी आधारित हॉलमार्क के साथ धनतेरस और उसके बाद उपभोक्ताओं के सोने के निवेश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. बीआईएस हॉलमार्क और उपयोग में आसान बीआईएस केयर ऐप के साथ, उपभोक्ताओं को उनकी गहनों की खरीदारी पर प्रामाणिकता का आश्वासन दिया जा सकता है."