डेस्टिनेशन से लेकर रेलवे जोन तक: ट्रेन की टिकट पर अंकित 5 अंको के नम्बर से जान सकते हैं यात्रा से जुड़ी महत्वपुर्ण जानकारी

हर ट्रेन का अपना एक नंबर होता है जो एक तरह से उस ट्रेन की पहचान के रूप में जाना जाता है. इन 5 अंको में शुरू की डिजिट का अलग महत्व है. इससे यह साफ हो जाता है कि आखिर वह ट्रेन किस के लिए डिप्युट है.

Train Ticket
वरुण सिन्हा
  • नई दिल्ली ,
  • 21 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 4:00 PM IST
  • हर ट्रेन टिकट पर अंकित होता है एक खास नम्बर
  • इस नम्बर से हो सकती है रेलवे जोन की पहचान

ट्रेन में सफर करने वाले लोगों ने ट्रेन के टिकट पर 5 अंको का नंबर जरूर देखा होगा. कई बार दिमाग में आया भी होगा कि आखिर इनका क्या मतलब है. असल में टिकट पर मौजूद ये 5 अंक का नम्बर बेहद जरूरी है. साथ ही इससे यात्रा के बारे में काफी जानकारी मिलती है. इन नंबरों से आपको यह पता चल सकता है कि किसी की यात्रा का गंतव्य क्या है और ट्रेन कौन से जोन से संबंधित है. 

हर ट्रेन का अपना एक नंबर होता है जो एक तरह से उस ट्रेन की पहचान के रूप में जाना जाता है. इन 5 अंको में शुरू की डिजिट का अलग महत्व है. इससे यह साफ हो जाता है कि आखिर वह ट्रेन किस के लिए डिप्युट है.

0 से 9 तक अंको के मायने:

  • 0 से शुरू होने का मतलब यानी कोई स्पेशल ट्रेन जो किसी विशेष कार्य या फेस्टिवल के लिए चलाई जा रही है. 
  • 1 और 2 से शुरू हो रहे नम्बर का अर्थ है कि ये ट्रेन लंबी दूरी के लिए परिचालित है जैसे राजधानी, शताब्दी, दूरंतो आदि.
  • 3 से शुरू नम्बर का अर्थ है कि ये ट्रेन बंगाल के लिए चलती हैं.
  • 4 से शुरू होने पर यह माना जाए कि यह ट्रेन दिल्ली समेत तमाम बड़े महानगरों में सफर करेगी. 
  • 5 से शुरू होने का मतलब ये है कि यह जनरल पैसेंजर ट्रेन है.
  • 6 से शुरू होने को मतलब है कि यह मेमू ट्रेन है. और 7 शुरुआत में आये तो मतलब यह डेमू ट्रेन है.
  • अगर 8 से शुरुआत हो रही है तो यह आरक्षित ट्रेन है. 
  • वही अगर पहला अंक 9 है तो इसका मतलब यह ट्रेन महाराष्ट्र और गुजरात के लिये है.

आपने पहले अंक के गणित को समझ लिया अब जरा पहले अंक के बाद दूसरे अंक का मतलब भी समझिए. पहले अंक जहां ट्रेन की जानकारी देते हैं वहीं बाद के 4 अंक रेलवे के जोन और डिवीजन को समझाते हैं जैसे, 

दूसरा अंक और इसके बाद के डिजिट:

  • 0- कोंकण रेलवे
  • 1- सेंट्रल रेलवे, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे
  • 2- सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी को दिखाता है. 
  • 3- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे
  • 4- नॉर्थ रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे
  • 5- नेशनल ईस्टर्न रेलवे, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे
  • 6- साउथर्न रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
  • 7- साउथर्न सेंट्रल रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
  • 8- साउथर्न ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट कोस्टल रेलवे
  • 9- वेस्टर्न रेलवे, नार्थ वेस्टर्न रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे

रेलवे के जानकार सुनील कुमार कहते है ये नंबर बेहद महत्वपूर्ण है. आप इसे ऐसे समझिये की यह एक तरह की कोडिंग है जिससे यात्रा और ट्रेन कहां से संबंधित है इसकी जानकारी तुरंत समझ मे आ जाएगी. 

 

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