Modi Government's Big Decision: लोकसभा चुनाव से पहले Anupriya Patel को मिली Z कैटेगरी की सुरक्षा, एनएसजी कमांडो रहेंगे साथ

Anupriya Patel अपना दल सोनेलाल की राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष हैं. वह मोदी सरकार की सबसे युवा मंत्री हैं. अपना दल के पास मिर्जापुर और सोनभद्र लोकसभा सीट हैं. संभावना जताई जा रही है कि ये दोनों सीटें एक बार फिर अनुप्रिया के खाते में जा सकती हैं.

Anupriya Patel
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 09 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 4:22 PM IST
  • अनुप्रिया पटेल को पहले मिली हुई थी Y कैटेगरी की सुरक्षा
  • मोदी सरकार की हैं सबसे युवा मंत्री 

मोदी सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा फैसला लिया है. गृह मंत्रालय ने अपना दल (एस) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की सुरक्षा बढ़ा दी है. उनको दी गई Y कैटेगरी की सुरक्षा को बढ़ाकर Z कैटेगरी कर दी गई है. Z श्रेणी में 22 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं. इसमें चार से छह एनएसजी कमांडो और बाकी पुलिसकर्मी शामिल होते हैं. ये सुरक्षा दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के जवानों की ओर से दी जाती है. Z+ के बाद सबसे सुरक्षित सिक्योरिटी में Z सुरक्षा का नाम आता है. 

कौन हैं अनुप्रिया पटेल
अनुप्रिया पटेल का जन्म यूपी के कानपुर जिले में 28 अप्रैल 1981 को हुआ था. अनुप्रिया पटेल अपना दल सोनेलाल की राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष हैं. वह 2012 में यूपी विधानसभा की सदस्य चुनी गईं थीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में अनुप्रिया ने यूपी के मिर्जापुर सीट से अपना दल से चुनाव लड़ा था. 2019 लोकसभा चुनाव में अपना दल को दो सीटें मिली थीं और दोनों पर जीत हासिल हुई थी. अनुप्रिया मोदी सरकार की सबसे युवा मंत्री हैं.वह अभी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं. वह 2016 से 2019 तक भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री थीं. अपना दल के पास मिर्जापुर और सोनभद्र लोकसभा सीट हैं. संभावना जताई जा रही है कि ये दोनों सीटें एक बार फिर अनुप्रिया के खाते में जा सकती हैं.

पति योगी सरकार में हैं कैबिनेट मंत्री
अनुप्रिया पटेल के पति आशीष सिंह यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. अनुप्रिया के पिता डॉ. सोनेलाल पटेल अपना दल के संस्थापक थे.  अनुप्रिया पटेल की पिता सोनेलाल पटेल यूपी की राजनीति में दमदार भूमिका में थे. सोनेलाल पटेल अपना दल राजनीतिक पार्टी के संस्थापक थे. सोनेलाल पटेल की अचानक मौत के बाद अनुप्रिया पटेल राजनीति में आईं. उस समय उनकी मां कृष्णा पटेल पार्टी की कमान संभाल रही थीं. अनुप्रिया को अपना दल में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया.

साल 2012 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में रोहनिया सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उसके बाद साल 2014 में उनकी पार्टी ने भाजपा से गठबंधन कर लिया. बाद में मिर्जापुर सीट से सांसदी का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. ऐसे में उनकी रोहनिया सीट खाली हो गई. अनुप्रिया चाहती थीं कि रोहनिया सीट से उनके पति चुनाव में खड़े हो लेकिन मां कृष्णा ने इस सीट से खुद चुनाव लड़ा और हार गईं. इसके बाद से ही पारिवारिक विवाद बढ़ने लगा. मां से अलग विचार होने के कारण उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया.साल 2016 में अनुप्रिया पटेल ने खुद की पार्टी अपना दल (एस) बना ली. मां कृष्‍णा सिंह और बहन पल्‍लवी पटेल से अदावत के चलते अनुप्रिया पटेल चर्चा में बनी रहती हैं. लोकसभा चुनाव से पहले अनुप्रिया की सुरक्षा बढ़ाने के फैसले को लेकर सियासी चर्चा शुरू हो गई है.

कितने प्रकार की दी जाती है प्रमुख हस्तियों को सुरक्षा
1. SPG केवल भारत के प्रधानमंत्री को प्रदान किया जाता है.
2. Z प्लस श्रेणी में 55 सुरक्षा कर्मचारियों की सुरक्षा होती है. इसमें 10+ NSG कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं.
3. Z श्रेणी में 22 कर्मियों की सुरक्षा होती है. इसमें 4-6 एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं.
4. Y प्लस श्रेणी में 11 कर्मियों की सुरक्षा होती है. इसमें 2-4 कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं.
5. Y श्रेणी में आठ कर्मियों का सुरक्षा होती है. इसमें 1 या 2 कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं.
6. X श्रेणी में दो कर्मियों का एक सुरक्षा होती है. इसमें केवल सशस्त्र पुलिस कर्मी होते हैं.

 

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