UP Politics: Assembly Byelection को लेकर Congress ने Samajwadi Party को दिखाए तेवर, 5 सीटों पर चुनाव लड़ने का ठोका दावा

UP Assembly Byelection 2024: उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) में दबाव की सियासत होने लगी है. कांग्रेस ने 5 सीटों पर दावा किया है. पार्टी ने प्रयागराज में संगठनात्मक बैठक की. कांग्रेस के पूर्वी जोन के प्रभारी राजेश तिवारी ने कहा कि जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने है. उसमें 5 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी‌. उन सीटों पर उसे उपचुनाव लड़ना चाहिए. जबकि 5 अन्य सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ देनी चाहिए.

Akhilesh Yadav and Rahul Gandhi
gnttv.com
  • प्रयागराज/लखनऊ,
  • 13 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 6:10 PM IST

उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. इसको लेकर इंडिया गठबंधन में कांग्रेस ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. कांग्रेस पार्टी ने अपनी संगठनात्मक बैठक लखनऊ की बजाय प्रयागराज में की. समाजवादी पार्टी को साफ-साफ इशारा है कि प्रयागराज मंडल के पास की दोनों सीटें कांग्रेस पार्टी चाहती है. कांग्रेस चाहती है कि वह फूलपुर सदर में अपना प्रत्याशी उतारे. जबकि मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है.

5 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है कांग्रेस-
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मिली जीत से पार्टी नेता उत्साहित हैं. कांग्रेस लोकसभा चुनाव के बाद अब यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव की तैयारियों में जुट गई है. कांग्रेस ने पांच सीटों पर उपचुनाव लड़ने की बात कही है. प्रयागराज में हुए संगठनात्मक बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्वी जोन के प्रभारी राजेश तिवारी ने कांग्रेस की इच्छा और मंशा भी जता दी.

प्रभारी राजेश तिवारी ने कहा कि जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने है. उसमें 5 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी‌. उन सीटों पर उसे उपचुनाव लड़ना चाहिए. जबकि उसे 5 अन्य सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ देनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उपचुनाव लड़े, इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी बात भी चल रही है.

फूलपुर सीट पर कांग्रेस का दावा, SP का प्रभारी घोषित-
प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस नेता राजेश तिवारी ने कहा है कि इस सीट पर भी कांग्रेस का मजबूत दावा है. उन्होंने कहा कि पार्टी में हाई लेवल पर बातचीत चल रही है और पूरी कोशिश है कि यह सीट कांग्रेस को ही मिले.

एक तरफ कांग्रेस पार्टी फूलपुर सदर की सीट पर अपनी दावेदारी को लेकर अड़ी हुई है. वहीं, दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने फूलपुर सीट के लिए अपने प्रभारी का ऐलान कर दिया है और बड़े दलित चेहरे इंद्रजीत सरोज को प्रभारी भी बना दिया है. बीजेपी ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य को इस सीट की जिम्मेदारी सौंपी है. अखिलेश यादव ने इंद्रजीत सरोज को आगे किया है, ऐसे में इस सीट को लेकर कांग्रेस कहां खड़ी होगी.
 
दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रही कांग्रेस-
लोकसभा चुनाव में जीत से कांग्रेस का उत्साह बढ़ा हुआ है. कांग्रेस पार्टी को लगता है कि समाजवादी पार्टी पर दबाव बनाकर वह ज्यादा सीटें हासिल कर सकती है. इसीलिए 5 सीट समाजवादी पार्टी और 5 सीट कांग्रेस के लिए बात चल रही है. लेकिन समाजवादी पार्टी कांग्रेस को फिलहाल गाजियाबाद के अलावा कोई और सीट देने को तैयार नहीं दिख रही है. हालांकि समाजवादी पार्टी कांग्रेस को 2 सीटें दे सकती है. लेकिन कांग्रेस पार्टी फूलपुर पर दबाव बनाएगी, क्योंकि यह कांग्रेस की पुरानी और पुश्तैनी सीट रही है.

चर्चा है कि समाजवादी पार्टी मझवां और गाजियाबाद सदर सीट ही देना चाहती है, जबकि कांग्रेस पार्टी की कोशिश है कि कम से कम 3 सीट इस चुनाव में लड़े. इसीलिए 5 सीटों पर दबाव बनाया जा रहा है.

इस उपचुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन और संयम दोनों की अग्निपरीक्षा भी होगी, क्योंकि अब कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी पर दबाव बनाएगी और अखिलेश यादव की पार्टी कितना दबाव झेल पाती है, यह देखना होगा.

(प्रयागराज से पंकज श्रीवास्तव के साथ लखनऊ से कुमार अभिषेक की रिपोर्ट)

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