Uttar Pradesh Politics: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर उपचुनाव, महाराष्ट्र-हरियाणा चुनाव पर निर्भर करेगा यूपी में कांग्रेस-समाजवादी पार्टी का गठबंधन

उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. इसमें से 9 सीटों विधायकों के सांसद चुने जाने से हुई हैं. जबकि एक सीट समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को MP/MLA कोर्ट से 7 साल की सजा होने से खाली हुई है. समाजवादी पार्टी के 4 विधायक अखिलेश यादव, अवधेश प्रसाद, लालजी वर्मा, और जियाउर्रहमान लोकसभा सदस्य चुने गए हैं. जबकि बीजेपी के अनूप वाल्मीकि, अतुल गर्ग, प्रवीण पटेल सांसद चुने गए हैं. आरएलडी के चंदन चौहान और निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद भी सांसद चुन गए हैं.

Rahul Gandhi and Akhilesh Yadav (Photo: PTI File)
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 20 जून 2024,
  • अपडेटेड 8:53 AM IST

उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. इसको लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या होगा? ये तय नहीं है. लेकिन दोनों पार्टियों के अपने-अपने दावे हैं. सूबे में उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में तभी सीटों को लेकर बात बनेगी, जब समाजवादी पार्टी को महाराष्ट्र और हरियाणा में सीट दी जाएगी. उपचुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में फिर सीटों की बात बीच में आ गई है.

महाराष्ट्र-हरियाणा चुनाव पर निर्भर है यूपी में गठबंधन-
यूपी में विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस से समाजवादी पार्टी का गठबंधन महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव पर निर्भर करेगा. इन दोनों राज्यों में समाजवादी पार्टी को सीट देने की तैयारी है या नहीं? समाजवादी पार्टी का मानना है कि इसके बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस किसी दावे पर विचार करें.

आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होना है. इसमें से एक सीट समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को सजा होने से खाली हुई है, जबकि 9 विधानसभा सदस्य अब लोकसभा सांसद हो चुके हैं.

महाराष्ट्र-हरियाणा में सीट चाहती है समाजवादी पार्टी-
विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी से साझेदारी चाह रही है. लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को सीट ना दिए जाने से दोनों दलों के बीच रिश्तों में काफी खटास देखी जा रही थी. इसी साल अक्टूबर और मार्च में महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं. समाजवादी पार्टी का मानना है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में उनकी पार्टी को कुछ सीट दी जानी चाहिए और गठबंधन धर्म का पालन किया जाना चाहिए, क्योंकि उनका संगठन वहां पर भी मजबूत है. इसके बाद ही यूपी के उपचुनाव में कांग्रेस को कोई सीट देने पर विचार किया जा सकता है.

किस पार्टी से कौन विधायक चुना गया सांसद-
मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी के चार विधायक अखिलेश यादव, अवधेश प्रसाद, लालजी वर्मा, और जियाउर्रहमान लोकसभा सदस्य चुने गए हैं. इनके सांसद चुने जाने से करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी सीट पर उपचुनाव होगा. वहीं बीजेपी की तरफ से खैर सीट से अनूप वाल्मीकि, गाजियाबाद से अतुल गर्ग और फूलपुर से प्रवीण पटेल सांसद चुने गए हैं. जबकि बिजनौर से आरएलडी के मीरापुर विधायक चंदन चौहान और भदोही से निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद सांसद चुने गए हैं.
 
गठबंधन धर्म निभाने की दी जा रही सलाह-
समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री और नेता फखरुल चंद हसन के मुताबिक समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में जीतने के बाद अन्य प्रदेश में भी मजबूत है. हरियाणा और महाराष्ट्र में हमने सीटों की बात की, जहां पर हमारे मजबूत कैंडिडेट हैं और ऐसे में अगर हम गठबंधन धर्म को निभा रहे हैं, तो इंडिया एलायंस में कांग्रेस को भी गठबंधन धर्म निभाना चाहिए. उत्तर प्रदेश में उपचुनाव को लेकर बाद में बात होगी.

कांग्रेस के नेता सुरेंद्र राजपूत के मुताबिक उनका गठबंधन मुद्दों पर हुआ है. उसमें क्या समीकरण होना है इस पर नहीं, ऐसे में गठबंधन मजबूत है और इसका धर्म हम निभा रहे हैं. बाकी सीटों के मामले पर शीर्ष नेतृत्व डिसकस करेगा कि आखिर क्या होना है.

भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता समीर सिंह के मुताबिक इंडिया गठबंधन पूरी तरीके से खत्म हो रहा है. आम आदमी पार्टी ने साथ छोड़ दिया है, कहीं ना कहीं धीरे-धीरे ये दोनों भी अलग हो जाएंगे, क्योंकि यह गठबंधन अब उत्तर प्रदेश में चलने वाला नहीं है और उत्तर प्रदेश में उपचुनाव सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही जीतेगी.

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