इसमें कोई शक नहीं है कि जब से काशी में विश्वनाथ धाम बना है तो यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ती ही चली जा रही है. यही वजह है कि न्यू ईयर का खुमार अभी से पर्यटकों के रूप में मंदिर, गंगा घाट सहित तमाम पर्यटन स्थलों पर दिखना भी शुरू हो गया है. उत्तर प्रदेश का टूरिज्म पूरे देश के पर्यटन वाले प्रांतो को पीछे छोड़ दिया है. जिसमें वाराणसी का बहुत बड़ा योगदान है. 2023 के मुकाबले 2024 में उत्तर प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या डबल हो गई है जो 2025 में और भी कई गुना बढ़ सकती है.
वाराणसी बना टूरिस्ट डेस्टिनेशन
नए साल का जश्न शायद ही कोई होगा जो ना मनना चाहता हो, ऐसे में तमाम लोग हैं जो नए साल के मौके पर सैर-सपाटा करने निकल जाते हैं. यही वजह है कि वाराणसी पूरे इंडिया का सबसे ज्यादा फेवरेट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है.
चाहे बात विश्वनाथ धाम की हो या फिर गंगा आरती गंगा की, लहरों पर बोटिंग या फिर घाटों पर घूमना हो. इसके अलावा नमो घाट का आकर्षण, भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ का मंदिर और स्तूप, वहां का म्यूजियम, रामनगर का किला हो या फिर बनारस की गलियों में बिकने वाले स्वादिष्ट खान-पान हो. यह सब कुछ घरेलू पर्यटकों को इतना ज्यादा भा रहा है कि अभी से नया साल का उत्साह दिखना शुरू हो गया है.
काशी में बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद
बनारस में नए साल पर अभी से पर्यटकों की भीड़ इतनी ज्यादा होने लगी है कि सभी मुख्य पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ को उमड़ने लगी है. कई पर्यटकों ने बताया कि काशी में न केवल उनको बाबा विश्वनाथ के दर्शन मिल जाता है, बल्कि वे मां गंगा की आरती में भी शरीक होते हैं और यहां के लजीज व्यंजनों का भी स्वाद चखते हैं. यही वजह है कि काशी उनकी पसंदीदा जगह है.
सुरक्षा के लिए तैनात है टूरिस्ट पुलिस
वाराणसी और विंध्याचल मंडल के उपनिदेशक पर्यटन राजेंद्र कुमार रावत ने बताया कि वाराणसी पर्यटन के लिए आने वाले पर्यटक न केवल बनारस, बल्कि पूरे देश के कोने-कोने और दुनिया भर से आते हैं. नया वर्ष एक उत्सव और त्योहार के रूप में मनाते हैं. पर्यटकों को किसी तरह की असुविधा न हो इसके लिए एयरपोर्ट से लेकर रेलवे स्टेशन, गंगा घाट और अन्य पर्यटन स्थलों पर टूरिस्ट की सहायता के लिए टूरिस्ट पुलिस अलग से तैनात किए गए हैं.
क्या खास लुभाता है पर्यटकों को
बनारस के मुख्य पर्यटन स्थलों में सबसे ज्यादा अगर पर्यटकों को कुछ आकर्षित करता है तो वह है विश्वनाथ धाम या विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर. बाबा के दर्शन के लिए लोग यहां जाते हैं. इसके बाद गंगा घाट और क्रूज लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. गंगा आरती में भी बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं. सारनाथ आने वाले बुद्धिस्ट टूरिस्ट अलग-अलग स्तूप और म्यूजियम को विजिट करते हैं और लाइट एंड साउंड शो भी देखते हैं. नमो घाट पर भी रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम के वक्त होता है. इसके प्रति भी पर्यटक आकर्षित हो रहे हैं.