Weather Report : नए साल पर फिर बढ़ेगी ठंड, जानें कब तक घोषित है येलो अलर्ट और क्या है शीत लहर ? 

हिमाचल प्रदेश, कश्मीर समेत पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है. इसका असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व दिल्ली-एनसीआर में भी देखने को मिलेगा. मौसम विभाग ने एक से पांच जनवरी तक शीत लहर चलने व सर्द दिन रहने का येलो अलर्ट जारी किया है.

श्रीनगर में बर्फबारी (फोटो पीटीआई)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 31 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:30 AM IST
  • पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिलेगा
  • उत्तर-पश्चिमी भारत के राज्यों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है

दिन में खिली धूप से शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में ठंड से जहां थोड़ी राहत मिली, वहीं शनिवार सुबह ठंडी हवा के चलने से लोग कांपते नजर आए. उधर, पहाड़ों पर बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया है. हिमाचल प्रदेश, कश्मीर समेत पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी देखने को मिल रही है. मौसम विभाग की मानें तो पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिलेगा. आज से उत्तर-पश्चिमी भारत के राज्यों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है. विभाग ने एक से पांच जनवरी 2023 तक शीत लहर चलने व सर्द दिन रहने का येलो अलर्ट जारी किया है. उत्तर पश्चिम भारत में शीत लहर चलेगी, जिसका असर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिलेगा.

कैसा रहेगा मौसम ? 
देश की राजधानी दिल्ली में  31 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 21 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. घना कोहरा भी देखने को मिल सकता है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री और अधिकतम तापमान 21 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. लखनऊ में भी घना कोहरा देखने को मिलेगा. गाजियाबाद में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. नोएडा में भी न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 20 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में अगले दो दिन घना कोहरा रह सकता है.   

शीत लहर
शीत लहर, शीत स्नैप या आर्कटिक स्नैप, हवा का ठंडा होना है, जो कई कारकों के कारण होता है. IMD उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शीत लहर को न्यूनतम तापमान में 4.5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट के रूप में परिभाषित करता है, ऐसे में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाता है. पहाड़ी क्षेत्रों में शीत लहर की घोषणा तभी की जाती है जब तापमान 0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. यदि मैदानी इलाकों में तापमान और गिरकर 2 डिग्री सेल्सियस या औसत औसत 6.4 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, तो IMD इसे गंभीर शीत लहर घोषित करता है. IMD के अनुसार एक गंभीर शीत लहर हवा का तापमान है, जिसका होना मानव शरीर के लिए घातक हो सकता है.

 

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