राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में बुधवार सुबह कोहरे की मोटी परत छाई रही और विजिबिलिटी लगभग शून्य हो गई. दोपहर के समय तमाम इलाकों में बारिश भी हुई. घने कोहरे के चलते सड़क, रेल और उड़ानों की आवाजाही प्रभावित हुई है. हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के कारण राष्ट्रीय राजधानी में कल भी हल्की बारिश होने की संभावना है. कोहरे के बीच बारिश की वजह से हाड़ कंपाने वाली सर्दी ने लोगों के लिए भी चुनौतियां बढ़ा दी हैं.
50 से ज्यादा उड़ानें रद्द
मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, सुबह 1:30 बजे से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शून्य दृश्यता थी, जिससे उड़ान संचालन प्रभावित हुआ. दिल्ली एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में घने कोहरे के कारण 50 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई. इनमें से कुछ उड़ानों को जयपुर, अहमदाबाद और मुंबई की ओर मोड़ दिया गया. उसी के मद्देनजर, दिल्ली हवाई अड्डे ने बुधवार को एक यात्री सलाह जारी की, जिसमें लिखा था, “जबकि दिल्ली हवाई अड्डे पर लैंडिंग और टेकऑफ़ जारी है, जो उड़ानें CAT III के अनुरूप नहीं हैं, वे प्रभावित हो सकती हैं. यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपडेटेड उड़ान जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें. किसी भी असुविधा के लिए गहरा खेद है.”
सबसे ठंडा रहा जनवरी
कोहरे के कारण राष्ट्रीय राजधानी से जाने या आने वाली कई ट्रेनें लेट रहीं. मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 21.4 डिग्री सेल्सियस (सामान्य सीमा से एक डिग्री नीचे) और 8.7 डिग्री सेल्सियस (सामान्य सीमा के भीतर) दर्ज किया गया. आईएमडी ने बताया है कि दिल्ली में पिछले 13 वर्षों में जनवरी सबसे ठंडी रही, यहां औसत अधिकतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा, जो 2010 के बाद से सबसे कम है. मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि इसी अवधि के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में औसत न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 13 वर्षों में दूसरा सबसे कम तापमान है.
आसपास के राज्यों का हाल
आईएमडी ने बताया है कि 2 फरवरी तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. वहीं 3 फरवरी को अलग-अलग हिस्सों में कोहरे की स्थिति वैसी ही बनी रहेगी. 31 जनवरी और 1 फरवरी को पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में और 31 जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति की भविष्यवाणी की गई थी.
मौसम कार्यालय ने 31 जनवरी से 2 फरवरी तक ओडिशा में सुबह कुछ घंटों के लिए और 31 जनवरी को उत्तरी राजस्थान, गंगीय पश्चिम बंगाल और बिहार में अलग-अलग इलाकों में घने कोहरे की स्थिति की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की भविष्यवाणी की गई है, इसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा.
पहाड़ों पर बर्फबारी
मौसम विभाग की मानें तो 2 फरवरी तक जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है. वहीं अगले चार दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस बढ़ने की उम्मीद है. पश्चिमी विक्षोभों की वजह से उत्तर भारत राज्यों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है.