दिल्ली सरकार ने पिछले साल फेसलेस सर्विस की शुरुआत की थी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 11 अगस्त, 2021 को ड्राइविंग लाइसेंस और अलग-अलग परमिट और सर्टिफिकेट से संबंधित परिवहन विभाग की फेसलेस सर्विस की शुरुआत की थी. दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने पिछले 6 महीनों में अपनी फेसलेस सर्विस (Faceless Services) के तहत 1.54 लाख आवेदकों में से 93 प्रतिशत से ज्यादा को लर्निंग लाइसेंस दिया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी.
ई-लर्निंग लाइसेंस, के तहत आवेदक ऑनलाइन ड्राइविंग टेस्ट दे सकते हैं और दिए गए पते पर डॉक्युमेंट हासिल कर सकते हैं. इस सर्विस को पिछले साल 7 अगस्त को शुरू किया गया था. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2021 से फरवरी 2022 के बीच कुल 1,54,618 आवेदन ई-लर्निंग लाइसेंस के लिए मिले थे. जिसके बाद एग्जाम पास करने वाले आवेदकों की संख्या 1,45,124 थी. वहीं टेस्ट में असफल होने वालों की संख्या 6,084 थी.
क्या है फेसलेस सर्विस?
बिना किसी ट्रांसपोर्ट ऑफिस आए ऑनलाइन आवेदन करने और आवेदकों को संपर्क रहित, कतार-रहित, परेशानी मुक्त सेवाएं प्रदान करने के लिए 'फेसलेस सर्विसेज' की शुरुआत की गयी थी. लोग "http://transport.delhi.gov.in" पर लॉगइन कर फेसलेस सेवा का फायदा उठा सकते हैं और जरूरी दस्तावेज के लिए आवेदन कर सकते हैं. प्रक्रिया आधार-प्रमाणित है और फीस का भुगतान ऑनलाइन भी किया जा सकता है. दस्तावेज के लिए आवेदन पत्र आवेदकों को स्पीड पोस्ट के जरिए भेजा जाता है. आवेदक इसे अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर SMS के जरिए भेजे गए लिंक से भी डाउनलोड कर सकते हैं.
ऑनलाइन मिलती हैं सेवाएं
विभिन्न परिवहन संबंधी दस्तावेजों के लिए 'फेसलेस सर्विस' के तहत, अब तक 85 प्रतिशत से ज्यादा आवेदनों को मंजूरी दी गई है. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि योजना के शुरू होने के बाद से विभाग को आठ लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं. विभाग उन लोगों से संपर्क करता है जिनके आवेदन अपूर्ण विवरण, तकनीकी या किसी और कारण से स्वीकार नहीं किए जाते हैं. ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण प्रमाण पत्र, परमिट और हाइपोथेकेशन के टर्मिनेशन से संबंधित परिवहन विभाग की सेवाओं को फेसलेस सर्विस के तहत ऑनलाइन उपलब्ध करायी जाती हैं.