राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित कुतुब मीनार को लेकर जारी विवाद के बीच अब यहां खुदाई करने और मूर्तियों Iconography कराने का निर्देश जारी कर दिया है. आइकॉनोग्राफी कला इतिहास की एक शाखा है जो छवियों की सामग्री की पहचान, विवरण और व्याख्या की स्टडी करती है.
इसकी स्टडी करने के लिए उपयोग की जाने वाली विशेष रचनाएं और विवरण, और अन्य तत्व जो कलात्मक शैली की जरूरत होती है. आइकनोग्राफी शब्द ग्रीक शब्द से आया है. आइकनोग्राफी एक स्पेशल कैटेगरी या किसी कलाकार या कलाकारों द्वारा विशेष अर्थों को व्यक्त करने के लिए उपयोग की जाने वाली छवि के प्रकार की प्रणाली है.
मूर्तियों की Iconography से धर्म का पता लगाना होगा आसान
उदाहरण - ईसाई धार्मिक चित्रकला में छवियों की एक प्रतिमा है जैसे मेमना जो मसीह का प्रतिनिधित्व करता है, या कबूतर जो पवित्र आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है. ऐसे ही कुतुब मिनार में जब मूर्तियों की Iconography होगी, तब पता लग सकेगा कि यह किस धर्म से संबंध रखते हैं.
कुतुब मीनार में मूर्तियों की Iconography कराई जाएगी
ऐसे ही केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भी निर्देश दिया है कि कुतुब मीनार में मूर्तियों की Iconography कराई जाए. कुतुब मीनार परिसर में एक रिपोर्ट के आधार पर Excavation शुरू होगा . ASI खुदाई के लिए संस्कृति मंत्रालय को रिपोर्ट देगा. साथ ही कुतुब मीनार परिसर में खुदाई भी कराई जाएगा. हालांकि, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जीके रेड्डी ने मीडिया रिपोर्टों पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण कुतुब मीनार परिसर में खुदाई की खबरों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
क्या है कुतुब मीनार को लेकर पूरा विवाद
दिल्ली के कुतुब मीनार का नाम बदलने को लेकर हमेशा से विवाद रहा है. हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता कई बार इसे लेकर प्रद्रर्शन कर चुके हैं. हिन्दू संगठनों की मांग है कि कुतुब मीनार का नाम विष्णु स्तंभ कर दिया जाए. हिन्दू संगठनों का कहना है कि देशभर में मुगलों द्वारा जो इमारतें बनाई गई है. उन सबका नाम बदला जाए.
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