Mahadev Betting Scam: क्या है महादेव बेटिंग ऐप स्कैम, जिसमें ED ने भेजा है बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को समन  

इस साल फरवरी में जब सौरभ चंद्राकर की शादी हुई और पिछले साल जब सितंबर में कंपनी की पार्टी हुई तो उसमें कई सेलिब्रिटी शामिल थे. अब इसी को लेकर कई बॉलीवुड हस्तियां ईडी की जांच के दायरे में हैं.

बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 04 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 5:19 PM IST
  • 2022 में की गई थी छापेमारी 
  • रणबीर को जो पेमेंट की गई है वो अवैध है

महादेव सट्टेबाजी ऐप स्कैम मामला एक बार फिर से चर्चा में है. बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर को 6 अक्टूबर को तलब किया है. कई हाई-प्रोफाइल बॉलीवुड हस्तियां भी ईडी के रडार पर हैं. ईडी की जांच से पता चलता है कि रणबीर कपूर को उनके गेमिंग प्लेटफॉर्म का सपोर्ट करने के बदले महादेव सट्टेबाजी एप्लिकेशन के प्रमोटरों द्वारा पेमेंट की गई है. यानि रणबीर को जो पेमेंट की गई है वो अवैध है.

कई हस्तियों का जुड़ा है नाम

ईडी की जांच के अनुसार, कई मशहूर हस्तियों का नाम भी महादेव बेटिंग ऐप से जुड़ा हुआ है. CNBC-TV18 की पिछली रिपोर्ट के मुताबिक, ED पहले से ही सेलेब्स की फीस और एंडोर्समेंट एग्रीमेंट की जांच कर रहा था. जिन मशहूर हस्तियों के शामिल होने की खबर है उनमें आतिफ असलम, राहत फतेह अली खान, नेहा कक्कड़, विशाल ददलानी, अभिनेता टाइगर श्रॉफ, एली एवरम, भाग्यश्री, पुलकित सम्राट, सनी लियोन, कीर्ति खरबंदा, नुसरत भरूचा, कॉमेडियन भारती सिंह, कृष्णा अभिषेक और अली असगर और रणबीर का नाम शामिल है. 

क्या महादेव सट्टेबाजी ऐप क्या है?

महादेव सट्टेबाजी ऐप के फाउंडर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल हैं. ये कंपनी इस ऐप के माध्यम से क्रिकेट, टेनिस, बैडमिंटन, पोकर और कार्ड गेम सहित अलग-अलग लाइव गेम्स में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं. ये पिछले चार साल से कार्यरत हैं. हालांकि, खेल, लॉटरी और सट्टेबाजी के सभी ऑप्शंस में कथित तौर पर धांधली हुई थी, जहां 'खिलाड़ियों' ने हमेशा पैसा खोया और कंपनी को फायदा हुआ. सौरभ चंद्राकर की कंपनी को कथित तौर पर घोटाले से लगभग 5,000 करोड़ रुपये का फायदा हुआ.

लेकिन इस साल फरवरी में जब सौरभ चंद्राकर की शादी हुई और पिछले साल जब सितंबर में कंपनी की पार्टी हुई तो उसमें कई सेलिब्रिटी शामिल थे. अब इसी को लेकर कई बॉलीवुड हस्तियां ईडी की जांच के दायरे में हैं.

2022 में की गई थी छापेमारी 

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 30 मार्च, 2022 को, एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, दुर्ग पुलिस ने भिलाई में छापेमारी शुरू की थी, जिसके परिणामस्वरूप महादेव सट्टेबाजी एप्लिकेशन के माध्यम से सट्टेबाजी में लगे व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था. प्रारंभिक गिरफ्तारियों के बाद, पुलिस ने मोहन नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया था और महादेव ऐप के माध्यम से सट्टेबाजी में शामिल व्यक्तियों से पूछताछ शुरू की थी. इसके बाद दुर्ग जिले में महादेव सट्टेबाजी एप्लिकेशन के रचनाकारों और प्रमोटरों को निशाना बनाते हुए छापे मारे गए थे. 

ऐसे में छत्तीसगढ़ पुलिस ने दावा किया था कि 2022 में देशभर में महादेव ऐप के जरिए 5,000 करोड़ रुपये का लेनदेन होने का अनुमान है. जांच में विभिन्न जिलों में महादेव एप्लिकेशन चलाने में शामिल कई व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई. 

क्या कहती है ईडी की जांच?

ईडी ने अपने लेवल पर भी जांच की है. इसके लिए 28 साल के सौरभ चंद्राकर की संयुक्त अरब अमीरात में 250 करोड़ रुपये की भव्य शादी के बाद जांच की गई थी. जिसके बाद जांचकर्ताओं को संयुक्त अरब अमीरात और पाकिस्तान में कथित हवाला संचालन और उनके कनेक्शन की डिटेल मिली हैं. ईडी ने घोटाले के पीड़ितों द्वारा दायर कम से कम सात एफआईआर को एक साथ जोड़ दिया है. ये वो लोग हैं जिन्होंने अपना पैसा खो दिया है. एफआईआर गोवा, मुंबई, विशाखापत्तनम, अहमदाबाद और छत्तीसगढ़ सहित कई स्थानों पर दर्ज की गईं.

लगभग आठ प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाला ऑपरेटर एक समान पोर्टल चलाकर मध्य पूर्व के देशों और पाकिस्तान में धन की हेराफेरी करने के आरोप में जांच के दायरे में हैं. सौरभ चंद्राकर और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर विदेशी खातों से पैसों की धांधली करने के लिए कम से कम 70 फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया. 

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