क्या है ऑपरेशन अमानत जिसके जरिए रेलवे ने इस साल यात्रियों को वापस किया स्टेशनों पर खोया 1.2 करोड़ रुपये का सामान

दिल्ली के 13 से अधिक स्टेशनों पर सुरक्षा बलों ने जून तक 1.2 करोड़ रुपये मूल्य का खोया हुआ सामान ढूंढा और इसे मालिकों को लौटा दिया है. आरपीएफ की टीमें गश्त के दौरान उन वस्तुओं को ढूंढती हैं और उनके मालिकों का पता लगाने की कोशिश करती हैं

रेलवे खोया हुआ सामान
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 21 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 12:14 PM IST

साल 2023 में दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर खोए हुए सामान के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. नई दिल्ली, आनंद विहार, सराय रोहिल्ला और पुरानी दिल्ली स्टेशन ऐसे स्थान हैं जहां सबसे ज्यादा खोया हुआ सामान मिला है.रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली के 13 से अधिक स्टेशनों पर बल ने जून तक 1.2 करोड़ रुपये मूल्य का खोया हुआ सामान ढूंढा और इसे मालिकों को लौटा दिया. पिछले साल इसी अवधि में उन्हें 64 लाख रुपये से अधिक मूल्य का खोया हुआ सामान मिला था.

किन-किन स्टेशनों से मिला खोया सामान
साल 2023 के आंकड़ों से पता चला कि सबसे ज्यादा चीजें नई दिल्ली (30.8 लाख रुपये) रेलवे स्टेशन से मिलीं. इसके बाद आनंद विहार (16 लाख रुपये), सराय रोहिल्ला (15.7 लाख रुपये) और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन (13.8 लाख रुपये) हैं. वहीं पिछले साल के आंकड़े देखें तो पता चलता है कि पिछले साल नई दिल्ली में 32 लाख रुपये का खोया हुआ सामान बरामद किया गया था, इसी तरह आनंद विहार (8.2 लाख रुपये), दिल्ली सराय रोहिल्ला (6.2 लाख रुपये) और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों (3.6 लाख रुपये) का सामान मिला.इस साल केवल हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पर 13.2 लाख रुपये का खोया हुआ सामान मिला और बाकी स्टेशनों पर 25 लाख रुपये से ज्यादा का खोया हुआ सामान मिला.

वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (आरपीएफ) प्रियंका शर्मा ने एक न्यूज वेबाइट से कहा कि उन्होंने पाया है कि कई बार ट्रेनों में चढ़ते समय या स्टेशन छोड़ते समय यात्री इतनी जल्दी में होते हैं कि वे अपना सामान ले जाना भूल जाते हैं. बाद में आरपीएफ की टीमें गश्त के दौरान उन वस्तुओं को ढूंढती हैं और उनके मालिकों का पता लगाने की कोशिश करती हैं. उन्होंने कहा, "हमारे पास एक हेल्पलाइन नंबर है जहां खोए और पाए जाने पर कॉल आती है और उचित कार्रवाई की जाती है. हम खोए हुए सामान की तस्वीरें और विवरण भी अपलोड करते हैं. उन्होंने कहा कि आरपीएफ ने ऑपरेशन अमानत नाम से एक पहल की है, जिससे यात्रियों के लिए अपना खोया हुआ सामान वापस पाना आसान हो गया है.

क्या है ऑपरेशन अमानत?
रेलवे यात्रियों तक उनके छूटे सामान को पहुंचाने के लिए 'ऑपरेशन अमानत' (Mission Amanat)  नाम का प्रोग्राम चला रही है. पहले ट्रेन में छूटा हुआ कोई सामान मिलने पर रेलवे उसे मालखाने में रख देती थी. इस कारण यात्री को उसके सामान का क्लेम नहीं मिल पाता था. लेकिन, अब छूटे हुए सामान की फोटो खींचकर रेलवे की पुलिस आपने रेलवे जोन की ऑफिशियल वेबसाइट (Official Website) पर फोटो शेयर करती है. यहां जाकर आप तस्वीरें देखर आपने सामान की पहचान कर सकते हैं. इसके बाद रेल मंडल से यात्री संपर्क करके आप सामान के सत्यापन कर आपकी अमानत को लौटा दिया जाएगा.

चोरी किया गया सामान भी शामिल
एक अन्य आरपीएफ अधिकारी ने कहा कि यात्रियों द्वारा स्टेशनों पर सामान भूलने के अलावा ऐसे मामले भी हैं जहां झपटमारों ने सामान लेकर भागने की कोशिश की और आरपीएफ ने उन्हें पकड़ लिया. उन वस्तुओं को भी उनके असली मालिकों को सौंप दिया गया. आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि दिल्ली-एनसीआर के स्टेशनों पर खोए और पाए गए मामलों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. दर्ज मामलों में से एक में, 7 जून को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से यात्रा कर रही एक महिला यात्री का बैग चोरी हो गया था. बाद में आरपीएफ स्टाफ ने इसे बरामद कर लिया. अधिकारी ने जानकारी दी कि महिला के बैग में 4.5 लाख रुपये से अधिक का सामान था.पिछले साल मई में 49 साल के एक शख्स की 10 लाख रुपये की कीमत की पेंटिंग खो गई थी. उन्होंने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ को इसकी सूचना दी. उन्होंने उस पेंटिंग को ले जा रहे एक व्यक्ति को पकड़ लिया. अधिकारी ने कहा, "पूछताछ के दौरान, उसने हमें बताया कि उसे लगा कि यह एक कैलेंडर है और वह इसे अपने घर ले जा रहा था. उचित दस्तावेजीकरण के बाद इसे उसके मालिक को सौंप दिया गया."

 

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