दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्लीवासियों के लिए उनके लंबित पानी के बिलों का भुगतान करने के लिए ‘वन टाइम वाटर बिल सेटलमेंट स्कीम’की घोषणा की. केजरीवाल ने दिल्ली जल मंत्री सौरभ भारद्वाज को इस बारे में निर्देश दिए हैं. कथित तौर पर यह प्रस्ताव जल्द ही दिल्ली कैबिनेट के समक्ष पेश किया जाएगा.
क्या है मकसद
दिल्ली के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा,“पानी का बिल आजकल दिल्ली की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है, लोग इस मुद्दे को सीएम की सार्वजनिक सभाओं में भी उठा रहे हैं. यह समस्या विभिन्न कारणों से हो सकती है. इस समस्या के समाधान के लिए और दिल्ली जल बोर्ड को राजस्व दिलाने के लिए हम यह एकमुश्त समाधान योजना ला रहे हैं. हमारा मानना है कि इससे दिल्ली जल बोर्ड को 1400 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा.'' इस स्कीम का मकसद है कि दिल्ली में लोगों को गलत पानी के बिल की समस्या से छुटकारा दिलाना है.
स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली में 27 लाख उपभोक्ताओं में से 10 लाख से ज्यादा लोगों का पानी बिल बकाया है. दिल्ली जल बोर्ड के जो बिल लोगों तक आ रहे हैं वो बहुत बढ़े हुए हैं. वन टाइम सेटलमेंट स्कीम को जून 2023 में बोर्ड ने पेश किया था.
कितना मिलेगा समय
अतिशी ने कहा कि बिल ज्यादा आने का एक कारण मीटर रीडिंग भी हो सकता है. कोरोना के दौरान डेढ़ साल तक मीटर रीडर ने रीडिंग नहीं ली. आज 40% लोग बढ़े हुए बिल से परेशान हैं और वो बिल पे नहीं कर रहे हैं. किसी एक बिल्डिंग में अगर 12 फ्लैट हैं तो ये पता नहीं होता है कि कौन सी मीटर किस फ्लैट का है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों की बिल की समस्या का समाधान करने के लिए और दिल्ली जल बोर्ड में रेवेन्यू लाने के लिए हम वन टाइम सेटेलमेंट स्कीम लेकर आ रहे हैं. किसी भी कंज्यूमर की हम एक ओके रिडिंग मांगते हैं (कि 1 साल या 2 साल में उन्होंने कितना पानी कंज्यूम किया) उसी के आधार पर बिल की वन टाइम रिकास्टिंग कंप्यूटराइज तरीके से हो जाएगी. अभी इस बिल को कैबिनेट के सामने रखा जाएगा. कैबिनेट में पास होने के बाद लोगों को बिल का भुगतान करने के लिए 4 महीने का समय मिलेगा.
कैसे कैल्कुलेट होगा बिल?
दिल्ली जल बोर्ड के 27, 65,000 कंज्यूमर हैं, जिसमें से 10,68,000 ऐसे हैं जिनका बकाया है या जिन्होंने किसी ना किसी कारणवश बिल देना बंद कर दिया है. इस स्कीम के अंदर मोटे तौर पर आपकी अपनी जो खपत है पानी की जोकि सही है और जल बोर्ड उसे मानता है. उस खपत को कैल्कुलेट करके दोबारा से बिल जेनरेट किया जाएगा, रिकास्ट किया जाएगा. इसके बाद आपको वन टाइम ऑफर दिया जाएगा.
मतलब बिल कम करके एक बार का ऑफर दिया जाएगा.उदाहरण से समझिए मान लीजिए आपका बिल 1 लाख रुपये आया था आपको लगता है कि ये गलत है, हम नए फॉर्मूले से उसे रीकास्ट करेंगे. तो मान लीजिए आपका बिल आता है 7 हजार रुपये तो ये 7 हजार का वन टाइम ऑफर कंज्यूमर को दिया जाएगा तो आपका खाता जीरो हो जाएगा और नई शुरुआत होगी. अगर आप नहीं भरेंगे तो आपका बिल वही 1 लाख से शुरू होगा.