दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में इन दिनों मौसम की आंख मिचौली चल रही है. मार्च महीने की शुरुआत में गर्मी तेवर दिखा रही थी लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से अचानक मौसम ने यू टर्न ले लिया है. ठंडी हवाओं पर सवार काले बादलों की आवाजाही पूरे एनसीआर में बढ़ गई और रुक-रुक कर हुई बारिश ने मौसम का मिजाज ही बदल दिया. रविवार को भी दिल्ली एनसीआर के कुछ इलाकों में बारिश हुई थी और सोमवार शाम तो एनसीआर के तमाम इलाके बारिश से भीग गए.
आने वाले कुछ दिन ऐसा ही रहेगा मौसम का हाल
मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों में भी मौसम का हाल कुछ ऐसा ही रहने वाला है. दिल्ली के साथ हिमाचल, उत्तराखंड और हरियाणा में भी बारिश के आसार हैं. अप्रैल के महीने में गर्मी एक बार फिर दस्तक देने को तैयार है लेकिन फिलहाल आने वाले कुछ दिनों तक सुहाने मौसम की ये सौगात जारी रहने वाली है.
पहाड़ों पर भी हो रही बर्फबारी
वहीं पहाड़ों की बात करें तो हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी से एक बार फिर पारा लुढ़क गया है. पिछले कुछ दिनों से हवाओं के बदले मिजाज का एहसास हो रहा था. सोमवार सुबह से ही मंडी और दूसरे पहाड़ी इलाकों को सफेद बर्फ ने अपने आगोश में ले लिया. ये मौसम सेब और मटर के लिए तो फायदेमंद है लेकिन गोभी की फसल को इससे नुकसान होने की आशंका है.
बर्फबारी की चपेट में आया उत्तराखंड
हिमाचल के साथ साथ उत्तराखंड के कई जिले भी बर्फबारी की चपेट में हैं. इन दिनों केदारनाथ धाम के रास्ते से बर्फ हटाने का काम चल रहा है. ताजा बर्फबारी से इस काम में और वक्त लग रहा है. मंदिर परिसर में जमीन चार से पांच फीट बर्फ को हटा दिया गया था लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी से एक बार फिर परिसर में बर्फ जमने लगी है. खराब मौसम की वजह से केदारनाथ धाम के दूसरे चरण का पुनर्निर्माण भी शुरू नहीं हो पा रहा है.
बद्रीनाथ धाम में मौसम पेश कर रहा है चुनौतियां
केदारनाथ धाम के साथ साथ बद्रीनाथ धाम में भी मौसम नई चुनौतियां पेश कर रहा है. 27 अप्रैल से बद्रीनाथ धाम के कटाप खुलने वाले हैं. इसके लिए तैयारियां भी जोरों पर चल रही हैं. लेकिन चमोली में बदले मौसम का असर काम की रफ्तार पर पड़ रहा है. पहाड़ों की चोटियां बर्फ से ढकी दिख रही है और पारा भी लुढ़कता जा रहा है.