जहां राम का गुणगान करते थे पक्षी, उस झील का कायाकल्प कर रही है योगी सरकार

यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार जल्द ही उस ऐतिहासिक झील का कायाकल्प करने जा रही है, जिसका जिक्र पुराणों मे हैं. मान्यता है कि इस झील का अस्तित्व प्रभु श्रीराम के समय से है. इस झील पर बहुत सारे प्रवासी पक्षिया का डेरा है. साथ ही इस झील पर कई सारे पर्यटक आते हैं. अब यूपी सरकार इस झील का दशा बदलने जा रही है.

समदा झील
समर्थ श्रीवास्तव
  • अयोध्या,
  • 06 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:28 PM IST
  • त्रेतायुग की समदा नदी बनी थी समदा झील
  • प्रवासी पक्षियों का लगता है जमावड़ा

हिंदुस्तान में भगवान राम और उनसे जुड़ी पौराणिक कथाओं की जगहों का काफी महत्व है. अयोध्या से लगभग 20 किलोमीटर दूर सोहावल तहसील क्षेत्र के गांव कोला भिटौरा मोइयाकपुर में 67 एकड़ में फैली समदा सबसे बड़ी झील है. इसका जीर्णोद्धार तेजी से कराया जा रहा है. सीएम योगी की सरकार इस झील का कायाकल्प कर रही है. 

त्रेतायुग की समदा नदी बनी थी समदा झील
अयोध्या की समदा झील ऐतिहासिक और पौराणिक है. इसकी पौराणिक मान्यता है कि यह प्रभु श्रीराम के समय से ही अस्तित्व में है. यहां से प्रवाहित होने वाली समदा नदी जब सूख गई तो उस समय कुछ अवशेष के रूप में इस झील को छोड़ गई,  जिसे आज समदा झील के रूप में जाना जाता है. यहां के लोगों की मानें तो इस झील पर पक्षियों का समूह अपने राम का गुणगान करता था. मान्यता है कि उस समय स्थानीय लोग पक्षियों की मधुर आवाज सुनने के लिए बैठे रहते थे. इस झील के जीर्णोद्धार को लेकर जिला प्रशासन 2017 के पहले भी प्रयास कर चुका है, लेकिन लाखों खर्च करने के बावजूद भी हालात नहीं बदले. जब सूबे में योगी सरकार आई तो प्रयत्न किए गए कि यहां की पौराणिकता को वर्तमान पीढ़ी जाने. इसके लिए पंख लगने शुरू हो गए.

प्रवासी पक्षियों का लगता है जमावड़ा
इस झील की विशेषता यह भी है कि यहां स्थानीय पक्षियों के साथ प्रवासी पक्षियों (साइबेरियन, ऑस्ट्रेलियन व नेपाली) का भी जमावड़ा देखा जाता है. आसपास के जनपदों के लोग यहां के विहंगम दृश्य से दो-चार होने पहुंचते हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो झील के कायाकल्प के बाद यहां पक्षियों के लिए भी सुरक्षा का माहौल तैयार हो जाएगा.

बनाया जा रहा बंधा, 75 प्रतिशत कार्य पूरा
योगी सरकार की मंशा पर झील का जीर्णोद्धार अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से कराया जा रहा है. अवर अभियंता प्रमोद कुमार शर्मा ने बताया कि अभी मिट्टी डालने का काम चल रहा है. बंधा बनाया जा रहा है. यहां लगभग 75 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है. यह प्रोजेक्ट मई में शुरू किया गया था, अक्टूबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है. इस पर 8.33 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। शेष कार्य दूसरे चरण में किया जाएगा.

 

Read more!

RECOMMENDED