पूर्व ब्यूरोक्रेट ज्ञानेश कुमार को सोमवार को भारत का 26वां मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) नियुक्त किया गया. उन्होंने राजीव कुमार की जगह ली है, जो 15 मई, 2022 से इस पद पर थे. 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी, ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक रहेगा और उम्मीद है कि उनके कार्यकाल में ही चुनाव आयोग अगले लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा करेगा.
61 वर्षीय ज्ञानेश कुमार पिछले साल 15 मार्च से चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यरत थे. वह चुनाव आयोग के सदस्यों की नियुक्ति पर एक नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले सीईसी हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद निर्णयों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
आने वालों इन चुनावों को देखेंगे ज्ञानेश कुमार
26वें सीईसी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, ज्ञानेश कुमार इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनावों को संभालेंगे. वह 2026 में केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की भी देखरेख करेंगे. उनके कार्यकाल के तहत, 2027 में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव होंगे. उन्होंने आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक पूरा किया, ICFAI से बिजनेस फाइनेंस और यूएस की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से भारत और एनवायरमेंटल साइंस पढ़ा.
ऐसा रहा प्रोफेशनल कार्यकाल
उन्होंने केरल सरकार में एर्नाकुलम के सहायक कलेक्टर, अडूर के उप कलेक्टर, एससी और एसटी के लिए केरल राज्य विकास निगम के प्रबंध निदेशक, कोचीन निगम के नगर आयुक्त, केरल राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक, उद्योग और वाणिज्य निदेशक और एर्नाकुलम के जिला कलेक्टर के रूप में काम किया है.
उन्होंने गोश्री लैंड्स डेवलपमेंट अथॉरिटी के सचिव, त्रिवेन्द्रम एयरपोर्ट डेवलपमेंट सोसाइटी के प्रबंध निदेशक, केरल राज्य परिवहन परियोजना के परियोजना निदेशक और दिल्ली में केरल हाउस के रेजिडेंट कमिश्नर के रूप में भी काम किया है. केरल सरकार के सचिव के रूप में, 61 वर्षीय आईएएस अधिकारी ने वित्त संसाधन, फास्ट ट्रैक प्रोजेक्ट्स, लोक निर्माण विभाग, सरकारी कार्यक्रम का आधुनिकीकरण और खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले जैसे विभिन्न विभागों को संभाला है.
पिछले साल हुए थे रिटायर
भारत सरकार में उनके पास रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव, संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में काम करने का समृद्ध अनुभव है. वह 31 जनवरी, 2024 को सेवानिवृत्त हो गए. कानून के अनुसार, एक सीईसी या चुनाव आयुक्त 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हो जाता है या छह साल तक चुनाव पैनल में रह सकता है.
सीईसी के रूप में ज्ञानेश कुमार की नियुक्ति के साथ, 1989 बैच के हरियाणा-कैडर के आईएएस अधिकारी विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है. 21 मई 1966 को जन्मे जोशी (58) 2031 तक पोल पैनल में काम करेंगे. हरियाणा के पूर्व मुख्य सचिव जोशी जनवरी 2019 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे.
परिवार में हैं 28 डॉक्टर
नए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के पिता डॉ. सुबोध कुमार गुप्ता और मां सत्यवती गुप्ता आगरा में विजय नगर कॉलोनी के निवासी हैं. उनके पिता चीफ मेडिकल ऑफसर के पद से रिटायर हो चुके हैं. उनकी मां सत्यवती योग सिखाती हैं. ज्ञानेश कुमार की बड़ी बेटी और दामाद, दोनों आईएएस अधिकारी हैं. उनकी दूसरी बेटी आईआरएस अधिकारी हैं और उनके पति आईएएस हैं. ज्ञानेश के भाई मनीष कुमार आईआरएस अधिकारी हैं. बहन रोली इंदौर में विद्यालय चलाती हैं. बहन के पति उपेंद्र जैन आईपीएस हैं. इसके अलावा, बताया जाता है कि उनके परिवार में 28 डॉक्टर हैं.