राहुल गांधी के करीबियों में होती थी गिनती, अब फेसबुक लाइव में कांग्रेस को कहा अलविदा, जानिए सुनील जाखड़ की कहानी

एक तरफ कांग्रेस का चिंतन शिविर चल रहा है और दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता ने पार्टी छोड़ दी है. पंजाब के बड़े हिंदू चेहरे सुनील जाखड़ ने फेसबुक लाइव में पार्टी छोड़ने का ऐलान किया. इतना ही नहीं, जाखड़ ने पार्टी को नसीहत भी दी है.

सुनील जाखड़ (साभार- फेसबुक)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 14 मई 2022,
  • अपडेटेड 4:30 PM IST
  • कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका
  • दिग्गज नेता सुनील जाखड़ ने छोड़ी पार्टी
  • पंजाब की सियासत का बड़ा हिंदू चेहरा हैं जाखड़

कांग्रेस से 2 साल के लिए सस्पेंड और पंजाब के दिग्गज नेता सुनील जाखड़ ने पार्टी को अलविदा कह दिया है. सुनील जाखड़ ने फेसबुक पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने का ऐलान किया. इस दौरान जाखड़ ने कांग्रेस को चिंतन शिविर को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि इस तरीक से चिंतन शिविर लगाने से कुछ नहीं होगा. जाखड़ ने चिंतिन शिविर को सिर्फ एक औपचारिकता बताया. फेसबुक लाइव में सुनील ने कहा राहुल गांधी की तारीफ की और चापलूसों से सावधान रहने की नसीहत दी. 
सुनील जाखड़ को कांग्रसे पार्टी से दो साल के लिए सस्पेंड किया गया था. एआईसीसी के अनुशासनात्मक पैनल ने 26 अप्रैल को जाखड़ को सस्पेंड किया था. जाखड़ ने पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी. जाखड़ ने चन्नी को कांग्रेस की हार के लिए जिम्मेदार ठहराया था.

राहुल गांधी के करीबी थे जाखड़-
सुनील जाखड़ को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता था. अपने फेसबुक लाइव के दौरान भी सुनील जाखड़ ने राहुल गांधी की तारीफ की और चापलूसों से दूर रहने की नसीहत दी. जब पंजाब में कांग्रेस सीएम बदलने की सोच रही थी तो सुनील जाखड़ का नाम भी इस रेस में था. उनको सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था. हालांकि बाजी चरणजीत सिंह चन्नी के हाथ लगी. चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया. लेकिन साल 2022 चुनाव में प्रचार की जिम्मेदारी सुनील जाखड़ को दी गई थी.

कौन हैं सुनील जाखड़-
सुनील जाखड़ को पंजाब की राजनीति का बड़ा हिंदू चेहरा माना जाता है. सुनील जाखड़ साल 2002 में अबोहर से पंजाब विधानसभा के सदस्य बने. साल 2007 और 2012 चुनाव में अबोहर से फिर से जीत हासिल की. साल 2012 से 2017 तक जाखड़ पंजाब विधानसभा के विपक्ष के नेता रहे. साल 2017 उपचुनाव में वो गुरदासपुर से सांसद भी चुने गए. साल 2017 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने तो जाखड़ को कांग्रेस संगठन की जिम्मेदारी मिली. साल 2017 से 2021 तक सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. सुनील ने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है और चंडीगढ़ के राजकीय कॉलेज से बीए की डिग्री हासिल की है.

विरासत में मिली सियासत-
सुनील जाखड़ कांग्रेस के दिग्गज नेता बलराम जाखड़ के बेटे हैं. बलराम जाखड़ पंजाब के बड़े नेता थे और मध्य प्रदेश के राज्यपाल भी बने थे. बलराम जाखड़ कई बार लोकसभा सांसद रहे और लोकसभा अध्यक्ष भी चुने गए. सुनील को विरासत में सियासत मिली है. परिवार में राजनीतिक माहौल और पिता के राजनीतिक कद सुनील के लिए स्कूल की तरह का काम किया. 

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