कौन था अब्दुल करीम तेलगी, जिस पर बनी SonyLIV की Scam 2003, फल-सब्जी बेचने वाले ने किया था हजारों करोड़ों का घोटाला

Scam 2003: अब्दुल करीम तेलगी स्टैम्प पेपर घोटाले का मास्टरमाइंड था. इस स्कैम के तार 16 राज्यों में फैले थे. यह घोटाला भारत के सबसे बड़े घोटालों में से एक है.

Abdul Karim Telgi
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 01 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:31 PM IST
  • फल-सब्जी बेचकर पाला पेट 
  • खड़ा किया 30 हजार करोड़ का नकली साम्राज्य

स्कैम 2003 - द तेलगी स्टोरी SonyLIV पर स्ट्रीम हो रही है. ब्लॉकबस्टर वेब सीरीज़ स्कैम 1992 के निर्माता हंसल मेहता, स्कैम फ्रैंचाइज़ की दूसरी किस्त के क्रिएटिव डायरेक्टर हैं. संजय सिंह की तेलगी स्कैम: रिपोर्टर की डायरी पर आधारित, वेब सीरीज को अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं. आज हम आपको बता रहे हैं कि अब्दुल करीम तेलगी कौन था, जिस पर यह कहानी आधारित है. 

तेलगी, देश के सबसे कुख्यात जालसाजी घोटालों में से एक का मास्टरमाइंड था. 1961 में जन्मे तेलगी ने देश के वित्तीय संस्थानों को हिलाकर रख दिया था. जानिए कैसे वह एक आम नागरिक से देश का सबसे बड़ा स्कैमर बन गया. 

फल-सब्जी बेचकर पाला पेट 
तेलगी का प्रारंभिक जीवन कठिनाइयों से भरा था. जब तेलगी छोटा था तब ही उनके पिता, एक भारतीय रेलवे कर्मचारी, का निधन हो गया था. स्कूल की पढ़ाई के लिए उसने ट्रेनों में फल और सब्जियां बेचीं. कहते हैं कि तेलगी का हुनर ऐसा था कि वह मिनटों में अपने फल-सब्जी बेच देता था. और फिर तेलगी सऊदी अरब चला गया, और सात साल बाद मन में एक नए करियर की सोच के साथ लौटा - जालसाजी. 

शुरुआत में तेलगी ने पासपोर्ट बनाने पर ध्यान केंद्रित किया. उसने सऊदी अरब को लेबर के निर्यात की सुविधा के लिए अरेबियन मेट्रो ट्रेवल्स नाम से एक व्यवसाय भी शुरू किया. उसकी कंपनी ने नकली दस्तावेज़ तैयार किए जो मजदूरों को इमीग्रेशन चेक्स को बायपास करने में मदद करते थे. 

खड़ा किया 30 हजार करोड़ का नकली साम्राज्य
तेलगी ने इसके बाद एक और उद्यम - नकली स्टाम्प पेपर - की ओर रुख कर लिया. उसने बैंकों, बीमा कंपनियों और स्टॉक ब्रोकरेज फर्मों जैसे थोक खरीदारों को ये नकली सामान बेचने के लिए 300 एजेंटों की भर्ती की. इस ऑपरेशन का पैमाना चौंका देने वाला था, जिसका अनुमान लगभग ₹30,000 करोड़ था. 

यह घोटाला इतना व्यापक था कि इसमें कई पुलिस अधिकारी और सरकारी कर्मचारी शामिल थे. लेकिन आखिर में सच ही जीतता है. और साल 2006 में तेलगी को 30 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई. 2007 में, उसे 13 साल की अतिरिक्त सजा मिली. उससे ₹202 करोड़ का जुर्माना भी भरने को कहा गया. 

डांसर से था प्यार 
तेलगी अपनी असाधारण जीवनशैली के लिए जाना जाता था जिसमें बार-बार डांस बार में जाना भी शामिल था. यहां तक ​​कहा गया कि उसे बार डांसर तरन्नुम्न खान से प्यार था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने बार में एक ही शाम में एक डांसर को 90 लाख रुपये दिलवाए. साल 2017 में उसका निधन हो गया क्योंकि वह लंबे समय से डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारी से जूझ रहा था. 

इस सीरिज में अब्दुल करीम तेलगी का किरदार गगन देव रियार ने निभाया है. गगन थियेटर की दुनिया का चमकता नाम हैं और कई फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं. सीरिज में उनकी परफॉर्मेंस को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. 

 

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