India China Tussle: LAC पर भारत और चीन के बीच तनाव क्यों बढ़ रहा है, जानिए

India China Tension: Arunachal Pradesh के Twang सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई है. जिसमें दोनों देशों के सैनिक जख्मी हुए हैं. भारत के 6 सैनिकों का इलाज चल रहा है. झड़प में भारत से ज्यादा चीन के सैनिक जख्मी हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 300 से ज्यादा चीनी जवान भारत की एक चौकी हटाना चाहते थे. जिसके बाद झड़प हुई और भारत के जवानों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया.

एलएसी पर भारत और चीन के सैनिक (फाइल फोटो)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:44 PM IST
  • चीन में सरकार के खिलाफ सड़क पर विरोध
  • चीन बढ़ा रहा परमाणु ताकत

तवांग में जो हुआ वो चीन की विस्तारवादी नीति का सबसे बड़ा सबूत है. इसके अलावा इसे चीन में जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ बगावत से ध्यान भटकाने के लिए जिनपिंग की साजिश का हिस्सा भी माना जा रहा है. शी जिनपिंग की ताजपोशी के बाद से ही LAC पर चीन की तरफ खतरा बढ़ने की आशंका थी. जिसे 9 तारीख को हुई झड़प ने सही साबित कर दिया. 

पार्टी मीटिंग में गलवान झड़प का वीडियो दिखाया-
जिस तरह जिनपिंग ने पार्टी कांग्रेस की मीटिंग में गलवान कांड का वीडियो दिखाकर माहौल बनाया उसने ये साफ-साफ संकेत मिल गया कि वो आने वाले दिनों में LAC पर फिर से तनाव बढ़ सकते हैं. इसके अलावा शी जिनपिंग ने युद्ध की तैयारियों को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा था चीन की पूरी सेना को अपनी सारी ऊर्जा युद्ध की तैयारी में लगा देना चाहिए और युद्ध की तैयारी के लिए अपनी क्षमता को बढ़ाना चाहिए.

सरकार के खिलाफ सड़क पर विरोध-
इस आशंका को चीन में होने वाले विरोध ने और मजबूत कर दिया. थियानमेन चौक के बाद पहली बार चीन की सेना अपनी सरकार के खिलाफ इतनी बड़ी संख्या में सड़कों पर आई. जीरो कोविड पॉलिसी से परेशान जनता ने शी जिनपिंग को सीधे सीधे चुनौती दी. उनके खिलाफ शंघाई से वुहान तक नारेबाजी हुई.
 
भारत से टकराव की थी आशंका-
जिस तरह से चीन में प्रदर्शनकारियों को कुचला गया. उनकी आवाज को दबाया गया. उसे भारत के लिए शुभ संकेत नहीं माना गया. क्योंकि तीसरी कार्यकाल में शी जिनपिंग भारत से टकराव बढ़ा सकते हैं. क्योंकि चीन में कोरोना पाबंदियों के चलते इकनॉमी की रफ्तार सुस्त हो गई है. बेरोजागारी बढ़ गई है. इसीलिए नाराज जनता का ध्यान भटकाने के लिए जिनपिंग की तरफ से इस तरह की झड़प की आशंका एक्सपर्ट पहले से जता रहे थे. 

चीन बढ़ा रहा परमाणु शक्ति-
रिपोर्ट भी कहती हैं कि चीन भारत के खिलाफ अपनी शक्ति लगातार बढ़ा रहा है. हाल ही में जैसे पेंटागन के अनुसार, चीन के पास परमाणु मिसाइलों को जमीन, समुद्र और हवा से लॉन्च करने की क्षमता हासिल कर ली है. परमाणु वैज्ञानिकों के बुलेटिन के अनुसार, चीन के पास लगभग 350 परमाणु हथियार हैं, जो शीत युद्ध के दौरान बनाए गए चीनी हथियारों से दोगुना है.
अमेरिकी खुफिया विभाग का अनुमान है कि 2027 तक चीन के परमाणु हथियारों का भंडार फिर से दोगुना होकर 700 हो सकता है. चीन भारत को अपना दुश्मन मानता है. इसीलिए चीन का परमाणु हथियार बढ़ाना भारत के लिए किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है.

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