World Hindi Day 2024: 10 जनवरी को क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस, कितने देशों में बोली और पढ़ी जाती है हिंदी? जानें इस भाषा से जुड़े रोचक तथ्य

हिंदी हमारे देश की राजभाषा है. यह हमारी पहचान और गौरव दोनों है. पहला हिंदी दिवस 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था. हर साल हिंदी दिवस को अलग थीम पर मनाया जाता है.

World Hindi Day 2024
मिथिलेश कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:52 AM IST
  • हिंदी विश्व की 10 शक्तिशाली भाषाओं में से है एक 
  • 14 सितंबर को मनाया जाता है राष्ट्रीय हिंदी दिवस

हिंदी भाषा न सिर्फ हमारे देशों में बल्कि विदेशों में भी काफी लोकप्रिय है. यह विदेशों में बसे भारतीयों को अपनी एक अलग पहचान दिलाती है. विदेशों में हिंदी को खास दर्जा दिलाने के लिए हर साल 10 जनवरी के दिन विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. भारत में राष्ट्रीय हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है. आइए आज इस भाषा से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानते हैं.

संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को ये फैसला लिया था कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी. संविधान के अनुच्छेद 343 (1) में इसका उल्लेख है. इसके अनुसार भारत की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी है. फिलहाल देश में 22 भाषाओं को आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला हुआ है. हमारे देश में 70 फीसदी से भी ज्यादा लोग हिंदी बोलते हैं.

क्या है विश्व हिंदी दिवस मनाने का इतिहास
विश्व में पहला हिंदी दिवस 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था. इस महासम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे. इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य पूरे विश्व में हिंदी का प्रसार करना था. नागपुर में हिंदी दिवस के आयोजन के बाद सबसे पहले यूरोपीय देश नार्वे के भारतीय दूतावास ने विश्व हिंदी दिवस मनाया था. 

भारत के प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने साल 2006 को घोषणा की कि प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाएगा. तब से हम विश्व हिंदी दिवस बेहद धूमधाम से मनाते हैं. यह दिवस उस दिन को चिह्नित करता है, जब साल 1949 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में पहली बार हिंदी बोली गई थी. 1977 में अटल बिहारी वाजपेयी ने गर्व के साथ हिंदी भाषा के प्रति सम्मान दिखाया और संयुक्त राष्ट्र में हिंदी भाषा में भाषण दिया था. 

क्या है इस साल की थीम 
हर साल हिंदी दिवस को अलग थीम पर मनाया जाता है. इस साल की थीम हिंदी पारंपिरक ज्ञान और कृत्रिम बुद्दिमत्ता है. दुनियाभर में करोड़ों की संख्या में लोग हिंदी बोलते हैं और ये दुनिया में बोली जाने वाली पांच प्रमुख भाषाओं में से एक है. हिंदी, हिंदुस्तान की पहचान और गौरव दोनों है. ये हमारे देश की राजभाषा है. 

हिंदी शब्द की कैसे हुई उत्पत्ति
इतिहासकारों के मुताबिक हिंदी शब्द की उत्पत्ति फारसी भाषा से हुई है. पर्शिया (अब ईरान) के लोग सिंधु नदी के किनारे रहने वाले लोगों को हेंडी कहते थे और उनकी भाषा को इंडी कहा जाता था. यही शब्द बाद में अपभ्रंश होकर हिंदी हो गया. आपको बता दें कि फारसी और हिंदी दोनों भाषाओं का मूल एक ही भाषा है. दोनों संस्कृत भाषा से अपभ्रंश होकर बनी हैं.

इतने देशों में बोली जाती है हिंदी
एक रिपोर्ट के मुताबिक हिंदी दुनिया के 150 से ज्यादा देशों में बोली जाती है. पूरी दुनिया में हिंदी की पढ़ाई को अब अंग्रेजी जितना अहम माना जाता है. हिंदी दुनिया भर के 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों में पढ़ाई जाती है. पूरी दुनिया की यदि बात करें तो तकरीबन एक अरब लोग हिंदी बोलते हैं, लिखते हैं और समझते हैं. 

विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार, हिंदी विश्व की 10 शक्तिशाली भाषाओं में से एक है. दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी नाम का एक द्वीप देश है जहां हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है. भारत के अलावा फिलीपींस, मॉरीशस, फिजी, नेपाल, सुरिनाम, गुयाना, त्रिनिदाद, तिब्बत और पाकिस्तान में हिंदी खूब बोली और समझी जाती है. भारत के बाद सबसे ज्यादा नेपाल में बोलचाल के लिए हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है. 

सोशल मीडिया पर खूब लिखी और पढ़ी जाती है हिंदी 
हिंदी की पहली कविता प्रख्यात कवि अमीर खुसरो ने लिखी थी. हिंदी भाषा के इतिहास पर पुस्तक लिखने वाले पहले लेखक भारतीय नहीं, बल्कि एक फ्रांसीसी लेखक Grasim the Taisi थे. सोशल मीडिया पर हिंदी खूब लिखी और पढ़ी जाती है.

गूगल ने हिंदी ऐप लांच कर दिया है. गूगल ये सुविधा देता है कि यदि आप अपने ब्राउजर में हिंदी में बोलेंगे तो उसका रिजल्ट उसी तेजी से आएगा, जितनी तेजी से अंग्रेजी में बोलने से आता है. कंप्यूटर पर हिंदी टाइपिंग के लिए कई साल पहले ही फोंट भी आ चुका है. इसके अलावा गूगल ने हिंदी ट्रांसलेशन की सुविधा दी है. गूगल की मदद से किसी भी भाषा से आप हिंदी में आसानी से ट्रांस्लेट कर सकते हैं.

ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में हर साल मिल रही जगह
दुनिया की सबसे प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी (शब्दकोश) हर साल भारतीय शब्दों को जगह दे रही है. ऑक्सफोर्ड में आत्मनिर्भरता, चड्डी, बापू, सूर्य नमस्कार, आधार, नारी शक्ति, अच्छा, अरे यार!', भेलपूरी, चूड़ीदार, ढाबा, बदमाश, चुप, फंडा, चाचा, चौधरी, चमचा, दादागीरी, जुगाड़, पायजामा, कीमा, पापड़, करी, चटनी, अवतार, चीता, गुरु, जिमखाना, मंत्र, महाराजा, मुगल, निर्वाण, पंडित, ठग, बरामदा जैसे शब्दों को जगह मिल चुकी है.

हिंदी में प्रचलित ये शब्द आए हैं दूसरी भाषाओं से
ट्रेन (अंग्रेजी), मोबाइल (अंग्रेजी), चाय (मंदारिन), रिक्शा (जापानी), चाबी (पुर्तगाली), साइकिल (अंग्रेजी), टैब (अंग्रेजी), इंटरनेट (अंग्रेजी), क्वारंटाइन (अंग्रेजी), मोटर (अंग्रेजी), पंप (अंग्रेजी), स्टेशन (अंग्रेजी), पुलिस (अंग्रेजी), सर्कस (अंग्रेजी), नंबर (अंग्रेजी), कार (अंग्रेजी), बिल (अंग्रेजी), प्रिंसिपल (अंग्रेजी), डॉक्टर (अंग्रेजी).

 

Read more!

RECOMMENDED