दुनिया भर में 21 सितंबर को 'अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस' (World Peace Day) मनाया जाता है. इस दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) लोगों के बीच अहिंसा और संघर्ष विराम के आदर्शों को बढ़ावा देने का प्रयास करती है. बता दें कि, इस वर्ष विश्व शांति दिवस की थीम है 'नस्लवाद खत्म करें. शांति स्थापित करें'.
'अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस' के मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस कहते हैं कि 'जातिवाद हर समाज में संस्थाओं, सामाजिक संरचनाओं और रोजमर्रा की जिंदगी में जहर घोल रहा है. यह लगातार असमानता का कारण बना हुआ है और यह लोगों को उनके मौलिक मानवाधिकारों से वंचित करता है. यह समाज को अस्थिर करता है, लोकतंत्र को कमजोर करता है, सरकारों की वैधता को नष्ट करता है, और नस्लवाद और लैंगिक असमानता के संबंध अचूक हैं'.
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस 2022: थीम
बता दें कि इस बार अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस 2022 का थीम 'नस्लवाद समाप्त करें. शांति की स्थापना करें' है. आज का ये दिन एक नई दुनिया को नस्लवाद और नस्लीय भेदभाव से मुक्त बनाने के उद्देश्य से समर्पित है.
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस की स्थापना 1981 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी. बता दें कि इस दिन को मनाने के लिए, न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संयुक्त राष्ट्र शांति घंटी (UN Peace Bell) बजाई जाती है.
1954 में पीस बेल दान की गई
जून 1954 में जापान के संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पीस बेल दान की गई थी. बेल टॉवर को फूलों से सजा हुआ एक छोटे मंदिर की तर्ज पर बनाया गया था, जो उस स्थान का प्रतीक है. जहां गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था.
विश्व शांति दिवस का महत्व
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, विश्व शांति का मतलब केवल हिंसा नहीं होना नहीं है, बल्कि एक ऐसी दुनिया का निर्माण करना है, जहां सभी के साथ उनकी जाति, नस्ल, धर्म की परवाह किए बिना समान व्यवहार किया जाए.
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मनाया गया शांति दिवस
हर साल अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस पर, संयुक्त राष्ट्र सभी देशों और लोगों को शांति से संबंधित मुद्दों पर शिक्षा और जन जागरूकता के माध्यम से शांति दिवस मनाने के लिए आमंत्रित करता है. साथ ही, संयुक्त राष्ट्र लोगों से 21 सितंबर के दिन शांति को बढ़ावा देने की अपील करता है.
इस वर्ष 16 सितंबर, 2022 को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया गया. समारोह में महासचिव और महासभा के अध्यक्ष ने शांति घंटी बजाई.