'मांझी द माउंटेन मैन' के नाम से प्रसिद्ध दशरथ मांझी को सभी जानते हैं. मांझी ने अपनी पत्नी के लिए पहाड़ को तोड़ कर सड़क का निर्माण किया था. उन पर फिल्म भी बनाई गई है.
उनकी ही तरह देवघर के दशरथ मांझी के नाम से जाने जाने वाले समीर अंसारी दिन-रात मेहनत करके तालाब का निर्माण कर रहे हैं. उन्हें भविष्य में होने वाले जल संकट की चिंता सालों पहले से ही सताने लगी थी. इसलिए सुबह 5 बजे से उठकर रात 7 बजे तक लगातार यह काम करते हैं.
5 साल से कर रहे तालाब-निर्माण:
समीर पिछले 5 सालों से इस काम में जुटे हैं. वह कहते हैं कि जब तक इस बांध में 20 फीट पानी खड़ा नही हो जाता है तब तक तालाब का निर्माण करते रहेंगे. उनका कहना है कि जिस प्रकार से दिनों-दिन पानी की कमी हो रही है. इसके बारे में अभी से नही सोचेंगे तो आने वाले दिनों में भयंकर जल संकट आ जाएगा.
इसके लिए वह लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरूक कर रहे हैं और वर्षा जल संचयन के लिए तालाब का निर्माण कर रहे हैं.
मिलेगा जल प्रहरी सम्मान:
समीर के कामों को देखते हुए समीर को जल प्रहरी का सम्मान दिया जा रहा है. बता दें कि जल संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों को जल प्रहरी सम्मान दिया जाता है. यह कार्यक्रम 30 मार्च 2022 को दिल्ली में आयोजित होने वाला है.
इसमें जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहेंगे. वह समीर को जल प्रहरी सम्मान देकर सम्मानित करेंगे. समीर कहते हैं कि वह जल संरक्षण के लिए आगे भी काम करते रहेंगे. और एक दिन होगा जब राष्ट्रपति उन्हें काम के लिए सम्मानित करेंगे.
(देवघर से शैलेन्द्र मिश्रा की रिपोर्ट)