Year Ender 2022: जानें भारत की 2022 में क्या रही उपलब्धियां, कैसे बढ़ी दुनिया भर में साख ?

साल 2022 का चंद दिनों में समापन होने वाले है. नए साल 2023 के स्वागत के लिए लोग तैयार हैं. आज हम आपको बता रहे 2022 की प्रमुख उपलब्धियों के बारे में जिनको देशवासी हमेसा याद रखेंगे. इन उपलब्धियों ने दुनिया भर में भारत की साख और बढ़ा दी है. 

दुनिया में भारत की बढ़ी साख
मिथिलेश कुमार सिंह
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  • 23 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:24 PM IST
  • G-20, SCO और UNSC जैसे वैश्विक संगठनों का भारत बना अध्यक्ष
  • 18 नवंबर 2022 को देश का पहला प्राइवेट रॉकेट ‘विक्रम-एस’को  किया लॉन्च 

वर्ष 2022 भारत के लिए कई उपलब्धियों से भरा रहा. इस वर्ष भारत ने कई क्षेत्रों में बड़े-बड़े मुकाम हासिल किए हैं. भारत को G-20, SCO और UNSC जैसे विश्व के तीन बड़े वैश्विक संगठनों की कमान संभालने का मौका मिला. इससे दुनिया भर में भारत की बढ़ती साख में और वृद्धि हुई. इन उपलब्धियों के देशवासी हमेशा याद रखेंगे. आइए आज कुछ प्रमुख उपलब्धियों के बारे में जानते हैं. 

जी-20 की अध्यक्षता 
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने 16 नवंबर, 2022 को जी-20 की अध्यक्षता आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंप दी. इसके बाद 1 दिसंबर, 2022 को भारत औपचारिक रूप से जी-20 का अध्यक्ष बन गया. अब भारत के पास अपनी छवि और मजबूत करने का मौका है. इसके साथ ही आतंकवाद, खाद्य और ऊर्जा संकट समेत, ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज और ग्रीन एनर्जी जैसे मुद्दों पर दुनिया का ध्यान भी आकृष्ट करवाना है. यूक्रेन और रूस युद्ध के संकट का हल भी खोजना है. अगर भारत बातचीत के जरिये मध्यस्थ बनकर इस युद्ध को खत्म करा पाने में सफल रहता है तो यह भारत की बड़ी जीत होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर का मानना है कि जी-20 की अध्यक्षता हर भारतवासी के लिए बड़ा अवसर लेकर आया है. इसकी अध्यक्षता से जहां वैश्विक मंच पर भारत का कद बढ़ेगा, वहीं राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका लाभ भी मिलेगा. भारत विकासशील और गरीब देशों की आवाज बनकर उभरेगा. 

यूएनएससी की अध्यक्षता
जी-20 के साथ ही साथ यूएनएससी की भी अध्यक्षता मिलने से विश्व में भारत का कद काफी बढ़ गया है. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपने दो वर्ष के कार्यकाल में दिसंबर 2022 में दूसरी बार अध्यक्ष बना. भारत ने 1 दिसंबर 2022 से एक महीने के लिए यूएनएससी (UNSC) का अध्यक्ष रहेगा. भारत इसका अस्थायी सदस्य है. हर महीने UNSC की अध्यक्षता बदलती रहती है. इसी के अनुरूप अब 1 दिसंबर से भारत ने इसकी अध्यक्षता ग्रहण किया है. भारत ने जनवरी 2021 में UNSC के एक अस्थायी सदस्य के रूप में अपना दो वर्ष का कार्यकाल शुरू किया. UNSC में यह भारत का आठवां कार्यकाल था. हालांकि भारत यूएनएसी का अध्यक्ष सिर्फ एक महीने रहेगा. मगर यह अध्यक्षता इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि इसी दौरान भारत को यूएनएसी का स्थाई सदस्य बनाए जाने की मांगों ने भी जोर पकड़ा है.

शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता
भारत को 16 सितंबर 2022 को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की अध्यक्षता सौंपी गई थी. इस संगठन में 8 देश भारत, चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान शामिल हैं. ईरान, अफगानिस्तान, बेलारूस और मंगोलिया चार पर्यवेक्षक देश हैं. इस समय SCO को दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन माना जाता है. भारत 2023 तक इसका अध्यक्ष बना रहेगा. 

सीटीसी की बैठक भारत में हुई
साल 2022 में भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी बैठक की मेजबानी करने का गौरव मिला. 2015 के बाद से यह पहली बार हुआ जब संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोधक समिति (सीटीसी) की बैठक न्यूयॉर्क स्थित हेडक्वार्टर से बाहर भारत में हुई. आतंक के खिलाफ रणनीति के लिए भारत को चुना जाना अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की दृष्टि से भारत के लिए बड़ी सफलता मानी गई. 

अंतरिक्ष में भारत की नई छलांग
18 नवंबर 2022 को भारत ने अंतरिक्ष में ऊंची छलांग लगाते हुए एक नए युग की शुरुआत की. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने देश का पहला प्राइवेट रॉकेट ‘विक्रम-एस’ को लॉन्च किया. इस रॉकेट ने तीन सैटलाइट्स को उनकी कक्षा में स्थापित किया. भारत इस लॉन्च के बाद अमेरिका, रूस, ईयू, जापान, चीन और फ्रांस जैसे देशों के क्लब में शामिल हो गया, जो प्राइवेट कंपनियों के रॉकेट को स्पेस में भेजते हैं. 

 

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