UP ATS: देश की पहली महिला कमांडो बटालियन यूपी में हो रही तैयार, नहीं बचेंगे एक भी आतंकी, मिनटों में खात्मा कर देंगी ये बहादुर बेटियां 

योगी सरकार ने आतंकियों का खात्मा करने के लिए महिला कमांडो यूनिट तैयार की है. देश में महिला कमांडो की ये पहली ऐसी यूनिट होगी जो सीधे तौर पर आतंकियों से लोहा लेगी. ये महिला कमांडो अत्याधुनिक हथियारों से लैस होंगी. किसी भी हालात से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहेंगी.

योगी सरकार ने तैयार की महिला कमांडो यूनिट
संतोष शर्मा
  • लखनऊ,
  • 21 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST
  • महिला कमांडो को आधुनिक हथियार चलाने की दी गई है ट्रेनिंग 
  • किसी भी हालात से निपटने को रहेंगी तैयार 

देश की सुरक्षा और आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए देश की पहली महिला कमांडो बटालियन उत्तर प्रदेश में तैयार हो रही है. जी हां, यूपी एटीएस में देश की पहली महिला कमांडो टीम को तैयार किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा जहां आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए कमांडो टीम में महिलाओं की स्पेशल यूनिट तैयार की गई है. ये महिला कमांडो किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार की जा रही हैं. आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं कितनी खतरनाक है यह महिला कमांडो टीम. 

AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस 
इन महिला कमांडो को AK-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार दिए गए हैं. glock पिस्टल से लैस होकर ये महिला कमांडो न सिर्फ दुश्मन पर नजर रखेंगी बल्कि जरूत पड़ने पर सीधे उनसे लोहा लेंगी. यह देश की पहली महिला कमांडो टीम है, जो आतंकी वारदातों से लेकर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए काम करेगी.

एनएसजी-एसपीजी की तरह ले रहीं ट्रेनिंग 
किसी कमरे में बंद आतंकियों को दबोचने की चुनौती हो या फिर किसी भी बहुमंजिला इमारत में घुसकर देश के दुश्मनों को काबू करने की घटना, एनएसजी एसपीजी की तरह ही ट्रेनिंग ये महिला कमांडो ले रही हैं. Upats के SPOT Training Center यानी Special Police Operation Team के सेंटर पर ऐसी 30 महिला कमांडो की टीम तैयार की जा रही है. पुरुष कमांडो के साथ हर बैच में 6 महिला कमांडो तैयार की जा रही हैं. गलॉक पिस्टल, MP5, AK-47 जैसे खतरनाक हथियार चलाना हो या फिर किसी बंद कमरे में छिपे आतंकियों को दबोचने की चुनौती ये महिला कमांडो हर कठिन परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. 

कठिन परीक्षाओं के बाद हुआ है चयन
इंडोर आउटडोर में इनको जहां ऊंची इमारत से रस्सी के सहारे उतरकर ऑपरेशन करने की ट्रेनिंग दी गई है तो वहीं दूसरी तरफ सीढ़ियों से चढ़कर किसी इमारत को आतंकियों के कब्जे से फ्री करने की भी ट्रेनिंग दी गई है. इन महिला कमांडो का सिलेक्शन कठिन परीक्षाओं के बाद ही हुआ. अफसरों ने प्रदेश भर की सिविल पुलिस  और PAC में तैनात महिला कांस्टेबलों में से इनकी फिजिकल, मेंटल स्ट्रेंथ और प्रतिभा को परखने के बाद चुना है.  

पहले इनकी 4 महीने की ट्रेनिंग की शुरुआत स्पॉट सेंटर से हुई. इसमें इनको शारीरिक तौर पर खुद को मजबूत करने की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद इन्हें पूरी तरह ऑटोमेटिक हथियारों की ट्रेनिंग, कम्यूनिकेशन और ऑपरेशनल टेक्टिक्स की तकनीक सिखाई जाती है. इसके बाद इनको माउंटेनियरिंग पैराग्लाइडिंग की ट्रेनिंग के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल के ट्रेनिंग सेंटर पर भी भेजा जाता है.

हर तरह की ड्यूटी को अंजाम देने के लिए तैयार
एनएसजी-एसपीजी की तरह ही यूपी एटीएस की महिला कमांडो टीम भी वीवीआईपी सुरक्षा हो या फिर किसी ऑपरेशन को अंजाम देने की जरूरत, हर तरह की ड्यूटी को अंजाम देने के लिए तैयार हो रही हैं. यूपी एटीएस और यूपी पुलिस ट्रेनर्स के साथ बीएसएफ, सीआरपीएफ, एनएसजी के ट्रेनर्स इन्हें ट्रेनिंग दे रहे हैं. मौजूदा समय में बीएसएफ से आए एडिशनल एसपी संजय कुमार शर्मा ट्रेनिंग के लिए बुलाए गए हैं. 


 

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