Ustad Zakir Hussain Passes Away: 73 साल की उम्र में तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन ने दुनिया को बोला अलविदा, सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल के ICU में थे भर्ती.. सोमवार को ली आखिरी सांस, परिवार ने की पुष्टि

मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन 73 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए. सैन फ्रांसिस्को के अस्पताल में थे दाखिल. निधन की पुष्टि करने के लिए परिवार आया सामने. 5 ग्रैमी अवॉर्ड से थे सम्मानित.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

जाने माने तबला वादक और पद्म विभूषण से सम्मानित उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन हो गया है. उनके परिवार के अनुसार, हुसैन की मृत्यु इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस के कारण हुई. वह पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे और इस दौरान उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में ले जाया गया था, लेकिन उन्‍हें बचाया नहीं जा सका. 

कहां हुआ निधन
उस्ताद जाकिर हुसैन के परिवार ने बताया कि वह पिछले कुछ हफ्तों से अपनी बीमारी के कारण सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती थे. यहां उन्हें आईसीयू में रखा गया है. और यही उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया.

किन पुरस्कारों से थे सम्मानित
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 में हुआ था. उन्होंने मुबंई में जन्म लिया था. उन्होंने अपने काम के लिए 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था. इसके अलावा वह 5 ग्रैमी अवार्ड के विजेता भी रह चुके थे.

निधन को लेकर पुष्टि पर असमंजस 
दरअसल जाकिर हुसैन की तबीयत पहले से ही खराब चल रही थी. और रविवार रात ऐसी खबरे आने लगीं कि उनका निधन हो गया है. इस बात को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी पोस्ट शेयर किया लेकिन जब परिवार की तरफ से पुष्टि नहीं हुई तो उन्होंने इस पोस्ट को हटा दिया. असल में जाकिर हुसैन के भांजे ने उनके निधन की खबर से साफ इंकार कर दिया था.

उस्ताद जाकिर हुसैन का निजी जीवन
1951 में जन्में उस्ताद जाकिर हुसैन के पिता का नाम अल्लाह रक्खा था और मां का ना बीवी बेगम था. तबला वादक जाकिर हुसैन के पिता खुद भी एक तबला वादक थे. उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपना पहला शो 11 साल की उम्र में अमेरिका में किया था. साथ 1972 में उन्होंने अपना पहला एलबम 'लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड' लॉन्च किया. उन्होंने तबला बजाने की कला अपने पिता से ही सिखी थी. साथ ही तीन साल की उम्र में ही उन्होंने पखावज बजाना सीख लिया था. यह कला उनके पिता ने उन्हें सिखाई थी. 

हुसैन ने कथक नृत्यांगना और शिक्षिका एंटोनिया मिनेकोला से विवाह किया. उनकी दो बेटियां अनीसा कुरैशी और इसाबेला कुरैशी हैं. जाकिर हुसैन का सिर्फ संगीत से ही नाता नहीं रहा, उन्होंने अभिनय भी किया. उन्होंने सन 1983 में आई ब्रिटिश फिल्म 'हीट एंड डस्ट' में शशि कपूर के साथ एक भूमिका निभाई थी.

क्या हुई जाकिर हुसैन की शिक्षा
तबला वादक जाकिर हुसैन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के माहिम के सेंट माइकल स्कूल से पूरी की थी. जिसके बाद उन्होंने अपनी ग्रेजुएश मुबंई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से पूरा किया.

 

Read more!

RECOMMENDED