अब कोटा जिला प्रशासन ने नई पहल करते हुए नौ सदस्यों की एक टीम बनाई है. ये टीम शहर में छात्रों के लिए बने हॉस्टल और पीजी रूम को लेकर बनी राजस्थान सरकार की गाइडलाइंस का पालन करवाने पर निगरानी रखेगी. ये कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि पिछले साल सितंबर में गाइडलाइंस लागू होने के बाद भी पांच सुसाइड केस सामने आ चुके हैं.
Now Kota district administration has taken a new initiative and formed a team of nine members. This team will keep an eye on following the guidelines of Rajasthan government regarding hostels and PG rooms built for students in the city. This step has been taken because even after the guidelines were implemented in September last year, five suicide cases have come to light.