ऑटो चालक मुकेश चिंडालिया दिल्ली में ऑटो चलाते हैं. मुकेश का बचपन से सपना था कि वो बांसुरी सीखें, लेकिन मौका नहीं मिला. 43 साल की उम्र में एक दिन मुकेश ने ठान लिया कि बांसुरी सीखकर ही दम लेंगे. तमाम मुश्किलों के बावजूद मुकेश ने क्लास ज्वाइन की और बांसुरी बजाने की ख्वाहिश पूरी कर ली. आज वो बांसुरी वाले ऑटो वाले के नाम से जाने जाते हैं. उनके ऑटो में हमेशा 3 बांसुरी रखी रहतीं हैं.
Despite all odds, Delhi's auto driver fulfilled his childhood dream of learning a flute at the age of 43. Watch his story.