होली का सुरूर अब चढ़ने लगा है, और फिज़ा में होली का रंग अब घुलने लगा है. होली आने में भले ही अभी कुछ दिन हैं, लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ों पर होलियारों की महफिल और होली की मस्ती और होली के गीतों की मिठास घुलने लगी है. असल में होली से कुछ दिन पहले ही पहाड़ों में होली का रंग जमने लगता है. पहाड़ों में इसे खड़ी और बैठकी होली भी कहा जाता है. अब जैसे-जैसे रंगों का ये महापर्व नजदीक आता जाएगा. वैसे-वैसे रंगों की इन महफिलों की रंगत भी बढ़ती चली जाएगी.
The beauty and colors of Holi have already started mingling in the atmosphere in the mountains of Uttarakhand. In fact, a few days before Holi, the colors of Holi start setting in the mountains. In the mountains it is also called Khadi and Baithiki Holi.