आईआईटी मंडी की 12 सदस्यीय टीम ने 2 साल की मेहनत से महसूस करने वाली कृत्रिम त्वचा विकसित की है. यह त्वचा रोबोटिक हाथ के लिए तापमान, दबाव और सतह के अनुभव प्रदान करेगी. यह प्रोस्थेटिक हाथ वाले लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगी, जो 4-5 साल तक चल सकती है. इस डिजिटल स्किन का निर्माण पीडीएमएस और हाइड्रोजेल से किया गया है. अगले एक वर्ष में इसे अत्यधिक गर्मी और ठंड में परीक्षण किया जाएगा.